करनाल: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के सफाई कर्मचारियों के हित व उनका आर्थिक विकास करने के मकसद से रविवार को घोषणाओं का पिटारा खोल दिया. अब गांव में सफाई का काम करने वाले को 12,500 रु से बढ़ाकर 14,000 रु, शहरी सफाई कर्मचारियों को 15,000 के बजाय 16,000 व सीवरेज मेन को 10,000 की बजाय 12,000 रु मासिक वेतन मिलेगा.
साथ ही वेतन विलंब से नहीं, हर माह समय पर मिलेगा. इसके लिए सीएम ने कहा कि देरी की स्थिति में सरकार की ओर से उपायुक्त को दी गई एक करोड़ रुपये की राशि में से सफाई कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया जाएगा. फिर भी यदि किसी कारण से तनख्वाह समय पर नहीं मिलती तो वह अगले महीने 500 रु हर्जाना लगाकर मिलेगी.
मुख्यमंत्री ने सफाई कर्मचारियों को सफाई मित्र उत्थान सम्मेलन में दी कई सौगात वित्त विभाग में सरकारी कर्मचारी की तनख्वाह के लिए जिस बजट का प्रावधान है उसे और किसी कार्य पर खर्च नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने ये घोषणा रविवार को करनाल के कालिदास रंगशाला में आयोजित सफाई मित्र उत्थान सम्मेलन के दौरान की.
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सीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस सीवरेज की सफाई का काम जोखिम भरा है. सुरक्षा के लिए प्रदेश के रेवाड़ी व गुरुग्राम में एक नई तकनीक का इस्तेमाल शुरु हो चुका है. इस व्यवस्था के तहत सभी मेनहोल में सेंसर लगाए जाएंगे. ओवरफ्लो होने पर उनका संबंधित कार्यालय में अलर्ट जाएगा और मशीन से उनकी सफाई सुनिश्चित हो सकेगी.
उन्होंने बताया कि इस शिविर में काम करते समय व्यक्ति की मृत्यु होने पर सरकार की ओर से 10 लाख का बीमा राशि का लाभ दिया जाता है. अब सीवरेज से अलग ड्यूटी पर सफाई कर्मचारी की मृत्यु होने पर प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा योजना के तहत 5 लाख का बीमा लाभ मिलेगा जबकि सामान्य मृत्यु होने पर 2 लाख की बीमा राशि मिलेगी.
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मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि नियम अनुसार अनुग्रह राशि का लाभ नियमित कर्मचारियों को मिलता है. भविष्य में ये लाभ ऑनरोल पर लिए गए सभी सफाई कर्मचारियों को मिलेगा 1,80,000 सालाना आय वाले सफाई कर्मचारी अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए बैंकों से बिना किसी गारंटी के ऋण ले सकेंगे. यदि किसी कारण से व्यक्ति ऐसे ऋण की अदायगी करने में असमर्थ हो जाए तो उनकी भरपाई सरकार करेगी.
सम्मेलन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए सफाई कर्मचारियों से सीएम ने कहा कि भविष्य में अनुबंध आधार पर लगे सफाई कर्मचारियों का वेतन का ठेका देने के लिए 10 से 15 साल से काम करने वाले वरिष्ठ सफाई कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कोरोना पर भी चिंता जताते हुए कहा कि एक बार फिर से संक्रमण फैला रहा है और हम सभी को इस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस का पालन करना चाहिए और मास्क लगाकर बाहर निकलना चाहिए. अपनी सुरक्षा हमें खुद करनी है क्योंकि यह एक बार फिर बहुत तेजी से फैल रहा है.
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