कैथल: कंप्यूटर टीचर्स ने अपनी मांगों को लेकर शहर में जोरदार प्रदर्शन करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए. कंप्यूटर टीचर्स ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और कैथल के मौजूदा विधायक रणदीप सुरजेवाला को ज्ञापन सौंपा है और विधानसभा में अपनी आवाज उठाने का आग्रह किया है.
वहीं रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि चाहे कंप्यूटर टीचर हो या अतिथि अध्यापक ना तो इनको पूरा वेतनमान दिया जाता है और ना ही इनको रेगुलर करके स्वीकार किया जा रहा है. एक तरफ तो प्रदेश में कंप्यूटर्स पर धूल चढ़ रही है और दूसरी तरफ जो हमारे भाई-बहन कंप्यूटर शिक्षा दे रहे हैं, उनको यह सरकार स्वीकार नहीं कर रही है.
हम मांग करते हैं कि अध्यापक सुरक्षा कानून लाकर अतिथि अध्यापकों, कंप्यूटर टीचर्स को रेगुलर किया जाए. उन्होंने एक मुहावरे का जिक्र किया कि 'बहरों के शहर में आवाज नहीं सुनाई देती है', इसलिए हम और जोर से इनकी आवाज उठाएंगे ताकि मुख्यमंत्री इनकी आवाज को सुन सके. अगर हमें सरकार बनाने का मौका मिलेगा और खट्टर सरकार ने इनका कोई हल नहीं निकाला तो हम अपनी सरकार आने पर इनका हल निकाल कर दिखाएंगे.
कंप्यूटर टीचर्स की मुख्य मांगे ये हैं-
- चयन प्रक्रिया योग्यता और अनुभव के आधार पर शिक्षा विभाग में स्थाई पॉलिसी के तहत 3216 असिस्टेंट टीचर के पदों पर समायोजित कर पद अनुसार वेतनमान दिया जाए और उनका वेतन ट्रेजरी के माध्यम से दिया जाए ताकि सर्विस रूल लागू हो सके.
- कार्यरत कंप्यूटर शिक्षकों की सेवा अवधि टुकड़ों में ना बढ़ाकर स्थाई पॉलिसी के तहत सेवाएं ली जाएं.
- कंप्यूटर विषय को एक नियमित विषय के रूप में लागू किया जाए और कंप्यूटर विषय की किताबें उपलब्ध कराई जाएं.
- एक जिले से दूसरे जिले में शादीशुदा महिला टीचर और अन्य टीचर्स को नजदीक स्कूल में कंप्यूटर शिक्षक के खाली पड़े पद पर समायोजित किया जाए.