कैथल: कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए कैथल प्रशासन अलर्ट हो गया है. जिला उपायुक्त सुजान सिंह ने बताया कि सिरटा रोड स्थित महादेव कालोनी में 1 अप्रैल पहला कोरोना वायरस का पॉजिटिव केस सामने आया था, जिसके बाद इस क्षेत्र को छावनी क्षेत्र घोषित कर दिया था.
उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में 1750 परिवार के 5 हजार सदस्य रहते हैं, इन सभी घरों में जाकर थर्मल स्कैनर से स्क्रीनिंग की गई है. पूरे क्षेत्र को सील करके पुलिस नाके लगा दिए गए है. किसी भी व्यक्ति तथा वाहनों को इस क्षेत्र में आने-जाने की इजाजत नही है. जो भी सरकारी गाड़ी इस क्षेत्र में सरकारी काम के लिए जाती है, उसे बाहर आने पर सैनिटाइज किया जा रहा है.
इसके साथ-साथ इस क्षेत्र में आने वाली सभी सरकारी वाहनों का रिकार्ड भी रखा जा रहा है. कन्टेनमेंट जोन में रहने वाले सभी लोगों को उनके घरों में जरूरत का सामान मुहैया करवाया जा रहा है. स्वास्थ्य सेवाओं के चलते एक डिस्पैंसरी भी खोली गई है. इस क्षेत्र में पूरी तरह सामाजिक सौहार्द कायम है.
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उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के साथ लगने वाले अर्जुन नगर, डोगरा गेट, सिरटा, अग्रसेन पूरम को बफर जोन बनाया गया है. पूरे क्षेत्र को 6 सैक्टरों में विभाजित करके स्वास्थ्य विभाग की टीमें गठित की गई है, जो निरंतर प्रत्येक घर में जाकर लोगों का स्वास्थ्य जांच कर रही है. सभी विभागों के आपसी तालमेल के लिए इंटर डिपार्टमेंट कोर्डिनेशन टीम गठित की गई है.
उन्होंने कहा कि इसी क्षेत्र के मदीन मदरसा में पढ़ने वाले 25 बच्चों को क्वारंटाइन किया गया था, जिनमें से 24 बच्चों की रिपोर्ट नेगिटिव आई थी, जबकि एक 9 साल के बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. उन्होंने बताया कि बच्चे को आदेश मेडिकल कॉलेज अंबाला में इलाज के लिए भेज दिया गया है.
इसके अलावा सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में वर्कर और हैल्परों को मास्क और सैनिटाइजर दिए गए है. उन्होंने कहा कि इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सावधानी बरतनी चाहिए.