कैथल:केंद्र सरकार के कृषि अध्यादेशों के विरोध में किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के साथ अब आढ़ती भी धरने पर बैठ गए हैं. इसी कड़ी में कैथल के आढ़तियों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आढ़तियों का कहना है कि ये अध्यादेश किसानों और आढ़तियों का भाईचारा तोड़ने की साजिश है.
अनाज मंडी के प्रधान अश्विनी सोरेवाला ने कहा कि इन अध्यादेशों में ये लिखा हुआ है कि किसान अपनी फसल को कहीं भी बेच सकता है और उसको सीधी पेमेंट दी जाएगी लेकिन खुद किसान ही उसका विरोध कर रहे हैं, क्योंकि किसानों का आढ़ती के बिना काम नहीं चलता और आढ़ती लोग भी किसानों से जुड़े हुए हैं.
उन्होंने कहा कि आढ़तियों की रोजी-रोटी भी किसानों के साथ मिलकर ही चल रही है. इसमें मजदूर, किसान और आढ़ती एक चेन के साथ बंधे हुए हैं, जो एक साथ मिलकर काम करते हैं. अगर ये अध्यादेश पूर्ण रूप से लागू हो जाते हैं तो इसमें तीनों वर्ग पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे.