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जींद में नशा मुक्ति केंद्र के बाहर खुलेआम बेची जा रही चरस

हरियाणा में नशा तस्करों ने अपने पैर इस कदर पसार लिए हैं कि अब नशा मुक्ति केंद्र के बाहर भी नशा खुलेआम बेचा जा रहा है. जींद में नशा मुक्ति केंद्र के बाहर से ही एक व्यक्ति को चरस बेचते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया.

Drugs seller arrested
Drugs seller arrested

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Published : Mar 9, 2020, 10:48 AM IST

Updated : Mar 9, 2020, 2:39 PM IST

जींद: हरियाणा के जींद जिले में नागरिक अस्पताल में चलाए जा रहे नशा मुक्ति केंद्र के बाहर चरस बेचने का मामला सामने आया है. सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे और आरोपी की तलाशी के दौरान उसकी जेब से चरस की गोली बरामद की गई.

उसके ठीक बाद मौके पर ही पुलिस को बुलाया गया और आरोपी को गिरफ्तार करवाया गया, गौरतलब है कि अस्पताल के अंदर नशा मुक्ति केंद्र चलाया जा रहा है. जिसमें करीब 165 नशे से ग्रसित लोग इलाज ले रहे हैं.

नशा छोड़ने आया था, अब खुद बेचने लगा

जानकारी के अनुसार आरोपी नशामुक्ति केंद्र में खुद भी नशा छोड़ने आया था और यहां खुद नशे का व्यापार करने लगा. मामले पर संज्ञान लेते हुए सीएमओ ने पुलिस में शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.

जींद में नशा मुक्ति केंद्र के बाहर हो रहा नशे का धंधा, देखें वीडियो

अधिकारी और कर्मचारी हुए अलर्ट

सीएमओ जयभगवान ने बताया की यहां नशा बेचने की शिकायत मिली है, जिसके बाद कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है. सिविल लाइन थाना पुलिस ने उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.

165 लोगों का चल रहा है इलाज

ये भी बता दें कि पकड़ा गया नारनौंद निवासी सत्येंद्र चार महीने से यहां रोजाना दवा लेने आता था. जिला अस्पताल के सामने ही नशा मुक्ति केंद्र में करीब 165 मरीज द्वारा नशा छोड़ने के लिए इलाज करवा रहे हैं.

कब नशा मुक्त होगा हरियाणा ?

इस पूरे मामले पर अगर शुरुआत से नजर डाली जाए, तो इतना साफ है कि अभी भी शासन और प्रशासन नशे के कारोबार रोकने में फेल साबित हो रहे हैं. इस तरह की घटनाएं साफ दिखाती हैं कि प्रदेश में नशा रोकने के सरकार के दावे किस तरह से खोखले साबित हो रहे हैं.

हरियाणा में 4 लाख से ज्यादा लोग नशे की चपेट में हैं

हिमाचल और पंजाब के बाद हरियाणा में नशे का जाल बड़े स्तर पर फैल रहा है. फतेहाबाद, सिरसा, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला और यमुनानगर में ये तेजी से फैल रहा है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में साढ़े 4 लाख से ज्यादा लोग नशे की जकड़ में हैं.

प्रशासन नशे पर लगाम लगाने में नाकाम

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक साल 2010 से लेकर 2015 में नशे की वजह से हरियाणा में 448 मौत हो चुकी हैं. खास बात ये है कि नशे से होने वाली मौतों का ये केवल सरकारी आंकड़ा है. नशे से होने वाली मौत के 70 प्रतिशत से ज्यादा मामले पुलिस के पास आते ही नहीं हैं. ऐसे में नशे से होने वाली मौतों का असली आंकड़ा भयावह है.

नशे से हानियां:

  • मादक पदार्थों के सेवन का सबसे बड़ी हानि, स्वास्थ्य की हानि है. इससे आपके शरीर के कई अंगों पर एक साथ विपरीत असर पड़ता है. खास तौर से ये आपके दिमाग को भी अपनी चपेट में ले लेता है.
  • नशा करने वाला व्‍यक्‍ति हमेशा चिढ़ा हुआ और मानसिक तनाव से ग्रसित होता है.
  • नशा करने वाला व्‍यक्‍ति सदैव अपने ख्‍यालों में ही रहता है, उसे अपने आस-पास के माहौल से ज्‍यादा मतलब नहीं होता है.
  • नशा करने वाला व्‍यक्‍ति आर्थिक, मानसिक एवं शारीरिक सभी से कमजोर होता है.
  • नशा करने वाला व्‍यक्‍ति अपने समाज एवं परिवार से बिल्कुल दूर हो जाता है.
  • नशा करने वाला व्‍यक्‍ति सबसे ज्‍यादा दुर्घटनाओं का शिकार होता है

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Last Updated : Mar 9, 2020, 2:39 PM IST

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