झज्जर: कोविड-19 वैश्विक महामारी के तहत चल रहे लॉकडाउन में प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिलों में भेजने का सिलसिला जारी है. प्रवासियों को उनके घर भेजने के लिए जिला प्रशासन पूरी सजगता बरत रहा है. सोमवार को 25 बसों से 827 प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर कलस्टर के लिए रवाना किया गया.
लॉकडाउन के दौरान अब तक झज्जर जिला से करीब 8000 प्रवासी श्रमिकों को बस और ट्रेन के माध्यम से नि:शुल्क उनके घर के लिए रवाना किया जा चुका है. प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिलों में भेजने के लिए प्रशासन ने अपील की है कि झज्जर जिला के प्रवासी श्रमिक संयम बनाए रखें. उनको व्यवस्थित ढंग से सुरक्षित उनके गृह जिलों में भेजा जाएगा.
सोमवार को 25 बसों से 827 प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर कलस्टर के लिए रवाना हुए. एसडीएम शिखा ने कहा कि कोई भी प्रवासी श्रमिक अपने घर जाने के लिए जल्दबाजी में पैदल या साइकिल आदि से ना निकलें. हर प्रवासी श्रमिक को प्रशासन का पूरा सहयोग है और निर्धारित शेड्यूल के तहत ट्रेन या बसों के माध्यम से उन्हें निशुल्क उनके गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा.
प्रशासन की प्रवासियों से अपील
एसडीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से उनके राज्यों से निरंतर व्यवस्था कायम की हुई है और किसी भी प्रवासी श्रमिक को परेशानी ना हो इसके लिए उनके भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. एसडीएम ने कहा कि सरकार और प्रशासन की कोशिश है कि सभी प्रवासियों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया जाए. अगर कोई प्रवासी श्रमिक खुद अपने वाहन से भी घर जाना चाहते हैं तो झज्जर जिला प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर 01251-253118 पर सूचित करें.
ये भी पढ़ें- कोरोना संकट : लॉकडाउन 4.0 शुरू, जानिए- नए नियमों में क्या-क्या हुए बदलाव
बहादुरगढ़ उपमंडल मुख्यालय से एसडीएम तरूण कुमार पावरिया की देखरेख में सोमवार को 16 बसें 551 प्रवासी श्रमिकों को लेकर रवाना हुईं. जबकि झज्जर में एसडीएम शिखा की देखरेख में 5 रोडवेज बसें 150 प्रवासी श्रमिकों तथा बेरी उपमंडल से एसडीएम डॉ. राहुल नरवाल की देखरेख में 4 बसें 126 प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर कलस्टर के लिए रवाना हुई.