झज्जर: आतंकी हमले में सीआरपीएफ के एसआई शहीद रमेश कुमार गुलिया पंचतत्व में विलीन हो गए. ग्रामीणों ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी. इस दौरान कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ और सांसद अरविंद शर्मा ने शहीद को श्रद्धांजलि दी.
कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने शहीद के परिवार को एक सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. साथ ही गांव के सरकारी स्कूल का नाम शहीद रमेश कुमार गुलिया के नाम पर रखने की बात कही.
बता दें कि दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को आतंकियों ने हमला कर दिया. इस हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए. आतंकियों ने सीआरपीएफ की पेट्रोलिंग पार्टी पर पहले अंधाधुंध गोलियां बरसाईं फिर ग्रेनेड हमला किया. इस हमले में झज्जर के रहने वाले एएसआई रमेश कुमार भी शहीद हो गए. वहीं जवाबी कार्रवाई में एक पाकिस्तानी हमलावर आतंकी मारा गया.
खेड़ी जट गांव के रहने वाले थे शहीद रमेश
हमले में शहीद हुए जवान रमेश गुलिया झज्जर के खेड़ी जट गांव के रहने वाले थे. रमेश गुलिया सीआरपीएफ की 116 बटालियन की ब्रावो कंपनी में एएसआई थे. जल्द ही वो सब इंस्पेक्टर बनने वाले थे. जैसे ही उनके शाहदत की खबर उनके गांव में पहुंची वैसे ही पूरे गांव में मातम पसर गया.
शहीद के परिवार को आर्थिक मदद की मांग
शहीद रमेश के परिवार में उनके बूढ़े माता-पिता के साथ दो बेटे और पत्नि है. शहीद रमेश गुलिया कुश्ती और कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी थे. वही शहादत के बाद गांव वालों ने शहीद रमेश के परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग की है.