हिसार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में अपने संबोधन में कहा था कि मेरा सपना है कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज में उड़ सके. इसी कड़ी में देश के कई राज्यों में एयरपोर्ट से हवाई यात्रा शुरू की गई. हिसार में भी साल 2020 में एयरपोर्ट से हवाई जहाज ने उड़ान भरी. जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहली फ्लाइट में बैठकर रवाना हुए थे. हालांकि यह हवाई सेवा 6 महीने बाद चलकर तकनीकी कारणों से बंद हो गई. जिससे हिसार के लोगों का हवाई जहाज का सपना फिर लटक गया. लेकिन सरकार इस साल के अंत तक हिसार में फिर से हवाई सेवा शुरू (second phase Construction at Hisar airport) करने का दावा कर रही है.
बता दें कि हिसार एयरपोर्ट पर दूसरे चरण का निर्माण कार्य प्रगति पर है. ऐसे में उपमुख्यमंत्री व नागरिक उड्डयन मंत्री दुष्यंत चौटाला का दावा है कि अक्टूबर 2022 तक एयरपोर्ट के निर्माण का दूसरा चरण पूरा हो जाएगा. लगभग दो साल से ज्यादा समय से हिसार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है. दूसरे चरण के निर्माण कार्य में अक्टूबर 2022 तक करीब 10 हजार फीट लंबा रनवे तैयार हो जाएगा. जिसके बाद यहां बड़े हवाई जहाज उतर सकेंगे. वहीं इसके बाद तीसरे चरण में एयरपोर्ट की बाउंड्री व नए टर्मिनल का निर्माण होगा.
गौरतलब है कि इससे पहले 2020 में हिसार एयरपोर्ट से देश की पहली एयर टैक्सी सेवा (Hisar air taxi) शुरू हुई थी. लेकिन मौसम खराब होने पर विजिबिलिटी व डीजीसीए के नियमों की वजह से इसे बंद करना पड़ा. फिलहाल हिसार एयरपोर्ट पर अभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं. जिससे थोड़ी सी भी विजिबलिटी कम होने पर फ्लाइट लैंड नहीं कर सकती. लेकिन दूसरे चरण के निर्माण के साथ बड़ा रनवे, तकनीकी इंफ्रारेड लाइट व अन्य ऑटोमेटिक लैंडिंग सिस्टम समेत तमाम तकनीकी मशीनें लगाई जाएगी. जिसके बाद छोटे से लेकर बड़े जहाज तक बिना किसी परेशानी के हिसार एयरपोर्ट पर किसी भी मौसम में लैंड कर सकेंगे.
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हिसार के लोगों के हवाई सपने को लेकर कैबिनेट मंत्री कमल गुप्ता ने कहा कि अभी शुरुआत हुई है तो शुरू में थोड़ी दिक्कतें आती हैं. लेकिन धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा और हिसार के लोग हवाई सफर कर सकेंगे. मंत्री कमल गुप्ता ने कहा कि कोई विजन तैयार होता है, तो समय लगता है. कमल गुप्ता ने उदाहरण देते हुए बताया कि कोई डॉक्टर बनने के लिए सीधा छठी क्लास से ही तो डॉक्टर नहीं बनता, उसे एक-एक करके सारी क्लास पूरी करनी पड़ती है और तब जाकर डॉक्टर की पढ़ाई होती. इसी तरह एयरपोर्ट का प्रोजेक्ट भी है इसमें पहले चरण का काम बहुत पहले पूरा हो चुका है और दूसरे चरण में 10 हजार फुट का रनवे बन रहा है.
कमल गुप्ता ने बताया कि इस पट्टी के साथ सर्विस रोड भी बनेगी. साथ ही यह काम जून-जुलाई तक पूरा होने की उम्मीद जताई और कहा कि नवंबर-दिसंबर तक इस एयरपोर्ट पर बड़ा जहाज उतारने की पूरी कोशिश है. कमल गुप्ता ने बताया कि अभी पुराने टर्मिनल से ही फ्लाइट का संचालन शुरू किया जाएगा. उसके बाद हम नया टर्मिनल भी बनाएंगे. कोई भी काम करते हैं, तो उसमें समय लगता है और एयरपोर्ट के मामले में डीजीसीए के नियमों के अनुसार काम किया जाता है.