हिसार: राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम बंद हैं. डॉक्टर हड़ताल पर हैं. इसका कारण है राजस्थान सरकार द्वारा लाया गया राइट टू हेल्थ यानि स्वास्थ्य का अधिकार बिल. पूरे राजस्थान में निजी अस्पताल इसका विरोध कर रहे हैं. राजस्थान के डाक्टरों के समर्थन में अब हरियाणा के डॉक्टर भी उतर आये हैं. इसी के तहत मंगलवार को हरियाणा में निजी अस्पतालों की हड़ताल का ऐलान किया गया है. हरियाणा के प्राइवेट अस्पताल आज स्वास्थ्य सुविधाएं बंद रखेंगे.
राजस्थान सरकार देश की पहली ऐसी राज्य सरकार है, जिसने संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत राइट टू हेल्थ बिल 2022 पारित किया है. बिल के प्रावधानों से असंतुष्ट लगभग निजी अस्पतालों के डॉक्टर सड़कों पर हैं. इस वजह से राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से लड़खड़ा गई हैं. राजस्थान के डॉक्टरों का समर्थन करते हुए हरियाणा के निजी अस्पतालों ने भी आज यानि 4 अप्रैल को ओपीडी, टेस्टिंग समेत इमरजेंसी सेवाओं को भी बंद रखने का ऐलान किया है. राजस्थान के डॉक्टरों का समर्थन करते हुए हिसार के डॉक्टर भी जयपुर की महारैली में हिस्सा लेंगे. हिसार के 250 से ज्यादा अस्पताल आज बंद रहेंगे.
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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की हिसार इकाई के सचिव डॉक्टर कमल किशोर ने बताया कि राजस्थान सरकार के 'राइट टू हेल्थ' बिल के विरोध में हरियाणा के डाक्टर्स भी राजस्थान के डाक्टर्स के साथ एकजुटता का परिचय देते हुए मंगलवार को जयपुर में होने वाली महारैली में भाग लेंगे. एसोसिएशन के जिला सचिव डॉक्टर कमल किशोर ने कहा कि हम चाहते हैं कि हर व्यक्ति को स्वास्थ्य का अधिकार मिले लेकिन यह सुविधा मुहैया करवाना सरकार का काम है ना कि इसके लिए प्राइवेट डॉक्टरों को बलि का बकरा बनाया जाए.
एसोसिएशन ने कहा कि स्वास्थ्य का अधिकार बिल के तहत प्राइवेट डॉक्टरों को आपातकालीन स्थिति में निशुल्क इलाज करना होगा. मरीज डॉक्टर के पास ज्यादातर आपातकालीन स्थिति में ही पहुंचता है. ऐसे में अगर डॉक्टर उनका निशुल्क इलाज करेंगे तो डॉक्टरों को अपनी रोजी-रोटी के ही लाले पड़ जाएंगे. उन्होंने कहा कि डॉक्टर ऋण लेकर अस्पताल बनाता है और उसके बाद अनेक लोगों का स्टाफ होता, जिनको सेलरी देनी पड़ती है.
अस्पताल में लाखों रुपए खर्च कर आधुनिक उपकरण खरीदे जाते हैं. ऐसे में निशुल्क इलाज करना संभव नहीं है. डॉक्टर कमल किशोर ने कहा कि यह स्थिति सरकारी अस्पतालों में तो हो सकती है लेकिन प्राइवेट डॉक्टरों पर इसे थोपना गलत है. हम इस बिल को किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे. इसी को ध्यान में रखते हुए हरियाणा के डॉक्टर राजस्थान के डॉक्टरों के समर्थन में 4 अप्रैल को हिसार व हरियाणा में सभी प्रकार की चिकित्सीय सेवाएं बंद रखेंगे.
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