हिसारः हरियाणा में अपनी फसलों की ऑनलाइन बिक्री किसानों के गले की फांस बनी हुई है. किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए लंबी-लंबी कतारों में घंटों इंतजार करना पड़ता है. आदमपुर और हिसार की मंडी के लिए केवल एक ही लॉगइन आईडी और पासवर्ड है. जो एक समय में केवल एक ही मंडी से संचालित किया जा सकता है.
बंपर फसल बनी किसानों के गले की 'फांस', बेचने के लिए घंटों करना पड़ता है इंतजार - दफ्तरों के चक्कर
किसानों की फसल खरीद को लेकर किए गए सरकार के तमाम दावे धराशाही होते नजर आ रहे हैं. लोकसभा चुनाव में जहां सरकार किसानों को राहत देने और उनकी आय को दोगुना करने की बात कर रही है, वहीं प्रदेश में अपनी फसलों की खरीदी को लेकर किसान परेशान हैं.
सरकारी बेवसाइट हुई फेल?
प्रदेश सरकार अब तक 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' के तहत रजिस्ट्रेशन न करवाए गए किसानों में से केवल मात्र 18 फार्म अपलोड कर पाई है. इसके लिए एक तो महज 5 दिन का समय दिया गया है, वहीं वेबसाइट का ना चलना और कर्मचारियों की कमी सरकार के तमाम दावों की पोल खोलती नजर आ रही है.
कागजों में उलझे रह जाते है किसान!
किसानों का आरोप है कि पटवारी और मार्केट कमेटी के अधिकारी उन्हें बार-बार चक्कर लगवा रहे हैं. जिसके चलते सुबह से शाम तक वो ऑनलाइन करवाने के लिए कागजों में ही उलझ कर रह जाते हैं.