हिसार: शुक्रवार को उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी की अध्यक्षता में एयरोड्रम पर्यावरण प्रबंधन समिति की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक के दौरान एयरोड्रम की निर्धारित परिधि में ऊंचे भवनों, चिमनी आदि के निर्माण और हाईटेंशन तारों व सुरक्षा व्यवस्था सहित विभिन्न पर्यावरण विषयों पर चर्चा हुई. बैठक के दौरान पहले जारी किए गए दिशा-निर्देशों के आधार पर किए गए प्रगति कार्य पर भी चर्चा की गई.
ये भी पढ़ें-केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर पैकेज का अधिक से अधिक लाभ उठाएगा हरियाणा: सीएम मनोहर लाल
उपायुक्त ने कहा कि हवाई अड्डा के निर्धारित बाधा नियंत्रण नियमों का पालन करने के लिए एयरपोर्ट के 20 किलोमीटर के दायरे में, सुरक्षा अधिनियम के अनुसार नियम व मापदंड निर्धारित किए गए है. इसलिए किसी भी प्रकार के निर्माण कार्यो के लिए निर्धारित परिधि में ऊंचे भवनों व चिमनी आदि के निर्माण को नगर निगम गंभीरता से ले. यदि कोई निर्माण कार्य तय मापदंडों के अनुसार है तो उसके लिए एनओसी ली जानी भी जरूरी है.
उन्होंने कहा कि इस संबंध में नगर निगम के बायलॉज में संशोधन करते हुए हवाई अड्डा सुरक्षा अधिनियम के मापदंडों व नियमों को शामिल करना जरूरी है. साथ ही निर्माण कार्यों की निगरानी को लेकर नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. हवाई क्षेत्र में बिजली की ऊंची तारों को हटाने के लिए दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम तथा पीडब्ल्यूडी इलैक्ट्रिक विंग के जल्दी आगामी कार्य को भी पूरा करने के बारे में कहा गया.
इसी प्रकार से वन विभाग की ओर से हवाई की परिधि में पेड़ों की कटाई-छटाई नियमित रूप से की जाए. इसके लिए विभाग की ओर से जल्द से जल्द एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एयरपोर्ट के समीप पुराने वॉटर टैंक को ध्वस्त करके आगे की कार्यवाही आरंभ करें. वहीं इस पर विभाग के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि नये वॉटर टैंक का निर्माण होते ही आगामी कार्रवाई कर दी जाएगी.
आपको बता दें कि इस वर्ष जून के प्रथम सप्ताह तक हाईजैकिंग विरोधी अभ्यास आयोजित किया जाएगा. बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव, एसीयूटी अंकिता चौधरी, नगर निगम की संयुक्त आयुक्त बैलिना लोहान, सैफ्टी मैनेजर दीपक कुमार, चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर कृष्ण मलिक, चीफ एयरपोर्ट सिक्योरिटी ऑफिसर डीएसपी शिव कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.