हिसार:कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश ने शुक्रवार को आदमपुर उपचुनाव (Adampur By Election) के लिए नामांकन दाखिल कर दिया. इस दौरान उनके साथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, सांसद दीपेन्द्र हुड्डा सहित कांग्रेस विधायकों, पूर्व मंत्रियों, पूर्व विधायक मौजूद थे. जयप्रकाश का नामांकन दाखिल करवाने के बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन पार्टियों के पास आदमपुर में अपना उम्मीदवार तक नहीं वो क्या चुनाव लड़ेंगे.
आदमपुर उपचुनाव: भपेंद्र सिंह हुड्डा बोले- जिन पार्टियों के पास उधार के प्रत्याशी वो क्या लड़ेंगे चुनाव! - कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी जेजेपी और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि आदमपुर उपचुनाव (Adampur By Election) के लिए कांग्रेस को छोड़ किसी भी पार्टी के पास अपना कैंडिडेट नहीं है. भाजपा जजपा गठबंधन इससे पहले भी दो उपचुनाव हार चुका है. आदमपुर उपचुनाव में भी उसका यही हश्र होगा.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई कुछ समय पहले किस पार्टी में थे, इनेलो के प्रत्याशी कुछ दिन पहले किस पार्टी में थे. आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी किस पार्टी में थे. सब प्रत्याशी कांग्रेसी रहे है. किसी पार्टी के पास अपना उम्मीदवार नहीं है. हुड्डा ने कहा कि स्वार्थ की राजनीति करने वाले आदमपुर का क्या भला करेंगे. हुड्डा ने कहा कि ये चुनाव एक विधानसभा का है लेकिन इसका असर दूर तक पड़ेगा. आदमपुर उपचुनाव (Adampur By Election) आम चुनाव से पहले का चुनाव है. इससे पहले यह सरकार 2 उपचुनाव हारी है और अब आदमपुर में भी हारेगी.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा-जाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आदमपुर उपचुनाव (Adampur By Election) में कांग्रेस की जीत तय है. कांग्रेस का सीधा मुकाबला BJP JJP से है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में बीजेपी जेजेपी किस मुंह से वोट मांगेगी? क्योंकि मौजूदा सरकार से कोई वर्ग खुश नहीं है. आज हरियाणा किस स्थिति में है. स्कूल में मास्टर नहीं, अस्पताल में डॉक्टर नहीं, दफ्तर में कर्मचारी नहीं, ऐसे हरियाणा कैसे विकास करेगा. मौजूदा सरकार ने पहचान पत्र के नाम पर करीब 5 लाख 25 हजार बुजुर्गों, विधवाओं की पेंशन काट दी. हमारी सरकार आयेगी तो सेल्फ डिक्लेरेशन पर पेंशन मिलेगी. सरकार किसानों को 450 रुपये का भावान्तर देने की बात कह रही है लेकिन खरीद ही बंद कर दी, अब भावान्तर का क्या मतलब है.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चुनाव के समय ही बाबा राम रहीम को पैरोल (Bhupinder singh hooda On Ram Rahim parole) दिए जाने पर कहा कि यह कानून का मामला है. हम इसमें क्या कर सकते है. एसवाईएल के मसले पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बैठक का कोई मतलब नहीं है. मैं पहले भी कह चुका हूं जब देश का सुप्रीम कोर्ट फैसला हरियाणा के हक में दे चुका है तो सरकार कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट क्यों नहीं फाइल करती.