गुरुग्राम: कोरोना महामारी के चलते 24 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था. इस लॉकडाउन के दौरान जहां सब कुछ बंद रहा तो वहीं इसके कुछ अच्छे परिणाम भी देखने को मिले. लॉकडाउन के दौरान पूरा पर्यावरण खिल सा गया था. वहीं लॉकडाउन के दौरान सड़क हादसों में आई कमी के कारण कई लोगों की जिंदगी भी बची.
अनलॉक में फिर बढ़े रोड एक्सिडेंट
बता दें कि, लॉकडाउन के दौरान सड़क पर ट्रैफिक काफी कम हो गया था. इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही सड़क पर दौड़ने की अनुमति दी गई थी. दिल्ली से सटे गुरुग्राम में हमेशा वाहनों का दबाव और रफ्तार का रोमांच भी देखने को मिलता है. इस चक्कर में कई बार बड़ी दुर्घटनाएं भी सामने आती हैं, जिसमें जान-माल का भी भारी नुकसान हो जाता है.
लॉकडाउन में देखने को मिली थी गिरावट
ऐसे में लॉकडाउन के कारण साइबर सिटी गुरुग्राम में एक्सीडेंट में काफी गिरावट आई, लेकिन अनलॉक की प्रक्रिया जैसे-जैसे शुरू हुई वैसे-वैसे फिर से रोड एक्सीडेंट होने लगे. लॉकडाउन के कारण करीब 50 फीसदी घटे रोड एक्सीडेंट्स ने अनलॉक में दोबारा वापसी कर ली है. अप्रैल और मई महीने में गुरुग्राम में सड़क दुर्घटनओं में काफी कमी देखी गई थी.
ये है लॉकडाउन और अनलॉक का आंकड़ा
गुरुग्राम पुलिस के एसीपी प्रीतपाल सिंह ने बताया कि अप्रैल और मई महीने में गुरुग्राम में मात्र 44 रोड एक्सीडेंट की दुर्घटनाएं दर्ज की गई. जबकि साल 2019 में अप्रैल और मई के महीने में 203 दुर्घटना दर्ज की गई थी. यहीं नहीं मौत के आंकड़े में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है. जहां साल 2019 में अप्रैल और मई महीने में एक्सीडेंट में 64 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी तो वहीं 2020 में मात्र 15 मौत ही दर्ज हुई है, लेकिन अब अनलॉक में सब कुछ खुल गया है. वाहनों ने सड़कों पर रफ्तार पकड़ ली है. जिसके बाद फिर से सड़क हादसों के मामले आने शुरू हो गए.