गुरुग्राम:देश में दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन अभियान जारी है. एक तरफ जहां वैक्सीन की डिलीवरी कराना स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बड़ी चुनौती है. तो वहीं दूसरी तरफ वैक्सीनेशन के दौरान निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट को सही ढंग से डिस्पोज करना भी एक चुनौतीपूर्ण काम है.
अगर बात साइबर सिटी गुरुग्राम की करें तो यहां पिछले 12 दिनों से वैक्सीन लगाई जा रही है. अभी तक साइबर सिटी में 18746 फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. ऐसे में गुरुग्राम में किस तरह से बायोमेडिकल वेस्ट को डिस्पोज किया जा रहा है. ये बताया चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. वीरेंद्र यादव ने.
बायो मेडिकल वेस्ट उठाने के लिए एजेंसी को टेंडर
गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव की मानें तो वैक्सीन लगवाने के बाद जो बायो मेडिकल वेस्ट इकट्ठा होता है, उसके लिए एक एजेंसी को टेंडर दिया गया है. साथ ही इसके बायो मेडिकल वेस्ट की जानकारी वैक्सीनेशन केंद्र के ही कर्मी पोर्टल पर डालते हैं, जिससे एजेंसी को पता रहे कि किस जगह पर कितना बायो मेडिकल वेस्ट इकट्ठा हो चुका है और वो उसे वहां से उठा सकें.
24 घंटे के अंदर बायो मेडिकल वेस्ट का उठान
गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव के मुताबिक बायो मेडिकल वेस्ट उठाने वाली कंपनी को 24 घंटे के अंदर तमाम केंद्रों से बायो मेडिकल वेस्ट उठाना होता है. हालांकि अभी तक ये कंपनी ठीक तरह से काम कर रही है और 24 घंटे के अंदर ही बायो मेडिकल वेस्ट को पीएससी केंद्रों से उठाना होता है.