गुरुग्राम:हरियाणा के गुरुग्राम में देश की पहली औद्योगिक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया (Industrial Training Workshop in Gurugram) गया. कार्यशाला का उद्देश्य औद्योगिक इकाइयों के सामने आने वाली समस्या से उबरने के बारे में जानकारी देना है. दरअसल, औद्योगिक इकाइयों को वार्षिक औद्योगिक सर्वेक्षण रिटर्न को तैयार करने में असुविधा का सामना करना पड़ता है. इसलिए कार्यशाला का आयोजन कर समस्या के समाधान के बारे में जानकारी दी गई.
गुरुग्राम में देश की यह पहली प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन है. यह कार्यक्रम गुरुग्राम के सेक्टर-14 स्थित जीआईए हाउस में आयोजित की गई. जिसमें गुरुग्राम की तमाम इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने हिस्सा लिया और क्षेत्र में आने वाली समस्याओं से भी मंत्रालय के प्रतिनिधियों को अवगत कराया. बिवास चौधरी ने बताया कि देश की प्रगति व तरक्की को मापने के लिए जिन आंकड़ों की आवश्यकता होती है उसमें हमारे देश की औद्योगिक इकाइयों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है.
उन्होंने कहा कि 'इंडस्ट्रीज आर द् मेकर ऑफ नेशन' विचार को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने गुरुग्राम में औद्योगिक इकाइयों के लिए यहां देश का पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया है. इसे गति प्रदान करते हुए जल्द ही देश के विभिन्न हिस्सों में इसी क्रम में प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा.
कार्यशाला में गुरुग्राम इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष जगन्नाथ मंगला ने मुख्य वक्ताओं को वार्षिक सर्वेक्षण रिपोर्ट को तैयार करने में होने वाली असुविधाओं के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए विभिन्न स्रोतों से मिले डेटा के आधार पर नीतियां बनाई जाती हैं. ऐसे में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय भारत सरकार को देश की उन्नति के प्रमुख घटक यानी औद्योगिक इकाइयों की शंकाओं को दूर करने सहित डेटा संकलन की प्रक्रिया को और सरल व सुगम बनाने के लिए ठोस प्रयास करने होंगे.