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शराब बंदी के लिए इस जिले के गांवों से आई सबसे ज्यादा एप्लीकेशन

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Published : Jan 16, 2020, 11:45 PM IST

जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने बताया कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पंचायतों को ये ऑफर दिया था कि अगर वहां के 10 प्रतिशत लोग भी लिख कर दे देंगे तो वहां ठेका नहीं खुलेगा. उन्होंने कहा कि नशा एक बुराई है वो शराब हो या अन्य कोई भी नशा हो. इससे नई पीढ़ी नौजवानों को जितना बचाया जा सके उतना अच्छा है. ऐसे में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने ये सराहनीय कदम उठाया है और इसमें सबको आगे आना चाहिए.

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शराब बंदी पर दुष्यंत चौटाला का अनोखा फॉर्मुला!

फतेहाबादःउपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के फरमान के बाद से ग्राम पंचायतों द्वारा गांव से शराब ठेका हटवाने के प्रस्ताव लगातार उन्हें भेजे जा रहे हैं. फतेहाबाद से 29 पंचायतों के प्रस्ताव आए हैं. जिसमें सबसे ज्यादा शिकायते टोहाना और भूना क्षेत्र की बताई गई है. जिसपर जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि अच्छी बात है जनता जागरुक हो रही है और नशे के खिलाफ खड़ी है.

टोहाना से आए सबसे ज्यादा प्रस्ताव
शराब बंदी के खिलाफ फतेहाबाद से 29 पंचायते सामने आई है. जिसमें सबसे ज्यादा आवेदन टोहाना से बताए जा रहे हैं. टोहाना विधानसभा क्षेत्र जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला की भी कर्मस्थली रही है. ऐसे में इस क्षेत्र से सबसे ज्यादा शराब बंदी की मांग को लेकर निशान सिंह और सुभाष बराला दोनों ने ही खुशी जाहिर की है. जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने कहा है कि जनता जागरूक हो रही है. सरकार की योजना रंग ला रही है. उन्होंने कहा है कि टोहाना की तरह अन्य क्षेत्र के लोगों को भी शराब बंदी के लिए आगे आना चाहिए.

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15 जनवरी तक मांगे गए थे सुझाव- निशान सिंह
निशान सिंह ने कहा कि नशे को जनसहयोग से खत्म किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में गांवों में शराब के ठेके बंद करने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा गांव पंचायतों से 15 जनवरी तक प्रस्ताव मांगे गए थे. ये अपने आप में एक अलग तरीका था. जिसे प्रदेश सरकार आजमा कर जनता की भागेदारी शराब की रोकथाम में करना चाहती है. हालांकि शुरूआत में इसका रूझान लगभग जिले के कुल गांव 280 में से 28 के अनुसार 10 प्रतिशत ही बनता है, लेकिन सरकार को उम्मीद है कि आने वाले समय में जनता की भागीदारी बढ़ेगी.

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बराला ने भी जताई खुशी
वहीं इस बारे में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का कहना है कि अगर किसी गांव की पंचायत में शराब की वजह से कोई समस्या है वो ग्राम पंचायत ऐसा कोई प्रस्ताव देती है कि शराब का ठेका बंद किया जाए यो अच्छी बात है, सराहनीय पहल है. उन्होंने कहा कि इससे शराब के प्रचलन को रोकने में सहायक सिद्ध होगी. उन्होने ये भी बताया कि अन्य नशों को लेकर भी सरकार का कड़ा रूख है कि पुलिस प्रशासन को भी आदेश है कि कहीं भी नशा बिकता है या नशे की तस्करी की बात सामने आती है तो उस पर सखत कार्रवाई की जाए.

क्या था दुष्यंत चौटाला का ऑफर?
जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने बताया कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पंचायतों को ये ऑफर दिया था कि अगर वहां के 10 प्रतिशत लोग भी लिख कर दे देंगे तो वहां ठेका नहीं खुलेगा. उन्होने कहा कि नशा एक बुराई है वो शराब हो या अन्य कोई भी नशा हो. इससे नई पीढ़ी नौजवानों को जितना बचाया जा सके उतना अच्छा है. ऐसे में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने ये सराहनीय कदम उठाया है और इसमें सबको आगे आना चाहिए.

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