फतेहाबाद:संयुक्त किसान मोर्चा (sanyukt kisan morcha) के नेताओं द्वारा टोहाना में गिरफ्तारियां देने की कॉल को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. प्रशासन द्वारा इसको लेकर तैयारियां की जा चुकी हैं. ये जानकारी जिला पुलिस कप्तान राजेश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में दी.
एसपी राजेश कुमार ने बताया कि टोहाना में पुलिस फोर्स की 20 कंपनियां तैनात की गई. जिसमें दो कंपनियां रेपिड एक्शन फोर्स की शामिल हैं. उन्होंने कहा कि किसी को भी शहर की शांति भंग करने नहीं दी जाएगी. किसान नेताओं ने भी कहा है कि किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं होनी चाहिए.
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आपको बता दें कि टोहाना में विधायक देवेंद्र सिंह बबली और किसानों के बीच चल रहे विवाद को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा शहर थाना में दो और सदर थाना में एक केस दर्ज किया गया है. जिसमें किसानों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस द्वारा छापेमारी की जा रही है और कुछ किसानों को जेल भी भेजा गया है.
गिरफ्तारियों और छापेमारी के विरोध में टोहाना की रेलवे रोड स्थित नई अनाज मंडी में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी और योगेंद्र यादव द्वारा जनसभा का आयोजन किया जाएगा. जिसके बाद सिटी थाने का घेराव करने के बाद गिरफ्तारियां दी जाएंगी.
क्या है देवेंद्र सिंह बबली मामला?
मंगलवार को देवेंद्र सिंह बबली (devender babli) को एक वैक्सीनेशन कैंप का शुभारंभ करना था. इस बात की सूचना किसानों को भी लग गई, जिसके बाद किसान देवेंद्र बबली का विरोध करने के लिए पहुंच गए, लेकिन विधायक नहीं पहुंचे.
कुछ देर बाद किसानों को पता चला कि देवेंद्र बबली किसी ओर इलाके में मौजूद हैं. किसान देवेंद्र बबली का विरोध करने के लिए वहां पहुंच गए. विधायक देवेंद्र बबली का काफिला देख किसानों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. किसानों के विरोध से स्तिथि तनावपूर्ण हो गई.
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देवेंद्र सिंह बबली के विरोध में कुछ किसान नियंत्रण से बाहर हो गए. एक किसान ने विधायक के काफिले की गाड़ी पर डंडा चला दिया. जिसके बाद विधायक देवेंद्र बबली भी भड़क गए. उन्होंने वहां मौजूद पुलिस से इसकी शिकायत की. अगले कुछ ही मिनट में वहीं स्थिति और बिगड़ गई और विधायक अपनी गाड़ी से निकल आए. उन्होंने वहां खड़े एक प्रदर्शनकारी को धमकाया. किसानों का आरोप है कि इस दौरान विधायक ने गाली-गलौज भी की.