फरीदाबाद :सूरजकुंड के अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला ग्राउंड में पहली बार दिवाली मेले का आयोजन किया गया है. इसमें एक स्टॉल लगा है श्रीकृष्णा पिकल्स के नाम से जहां बेचे जा रहे हैं 150 से ज्यादा वैरायटी के अचार. इस स्टॉल की मालिक हैं कृष्णा यादव जिनकी कहानी सभी के लिए मिसाल से कम नहीं है.
छोटे से कमरे से की बिजनेस की शुरुआत : श्रीकृष्णा पिकल्स के स्टॉल पर कृष्णा यादव तो मौजूद नहीं थी, पर उनके बेटे जितेंद्र यादव मौजूद थे. ईटीवी भारत की टीम ने जब उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि कैसे एक छोटे से परिवार से आने वाली उनकी मां आज अपनी मेहनत और हौसले के दम पर एक बिजनेस टाइकून बन चुकी है. कृष्णा यादव ने साल 1990 में श्रीकृष्णा पिकल्स की नींव रखी थी. उन्होंने एक छोटे से कमरे से बिजनेस की शुरुआत की जिसके बाद वे अचार बनाकर दुकानों में पहुंचाने लगीं. उन्हें इसमें कई बार घाटे का सामना करना पड़ा. कभी अचार बिकता था, कभी नहीं बिकता था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. धीरे-धीरे उनकी मेहनत रंग लाने लगी और बिजनेस से पैसे आने लगे. ऐसे में कृष्णा ने और महिलाओं में इस बिजनेस में जोड़ना शुरू किया.