फरीदाबाद: इन दिनों जिले में धड़ल्ले से अवैध कंपनियां संचालित की जा रही है. जिस पर प्रतिबंध लगाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. वहीं इन कंपनियों से निकलने वाला गंदा पानी जमीन के अंदर के पानी को भी दूषित कर रहा है. यही वजह है कि कई तरह की बीमारियां भी फैलने में लगी हैं. जानकारी के मुताबिक प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से हमेशा सख्त कार्रवाई किेए जाने की बात कही जाती है, लेकिन धरातल पर ऐसा दिखता नहीं है.
फरीदाबाद में रेजिडेंशियल कॉलोनियां कई ऐसी हैं, जहां पर अवैध रूप से फैक्ट्रियां चलाई जा रही है. इसी में से एक है ओम एनक्लेव, जहां लाखों की संख्या में लोग रहते हैं. लेकिन इस रेजिडेंशियल कॉलोनी में करीब 100 से ज्यादा ऐसी कंपनियां चल रही हैं जिसको चलाने के लिए किसी भी तरह से प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई है. हालांकि एनजीटी का सख्त आदेश है कि ऐसी फैक्ट्रियों को बंद किया जाना चाहिए जो बीमारियां और पॉल्यूशन फैलाती हो.
लेकिन अकेले ओम एनक्लेव की बात करें तो यहां पर अमूमन हर तीसरे घर में आपको जींस की रंगाई की फैक्ट्री दिख जाएगी और यही वजह है कि बड़े पैमाने में इन कंपनियों में जींस की रंगाई की जाती है और रंगाई के बाद गंदा और दूषित कलरफुल पानी नालियों के माध्यम से खुली जगह और नदी नालों में बहता नजर आता है. ईटीवी भारत की टीम ने जब ओम एनक्लेव का दौरा किया तो हर जगह स्थिति एक जैसी ही नजर आई. हर तीसरे घर से यहां पर कलरफुल गंदा पानी नाली के माध्यम से बाहर छोड़ा जा रहा था.
हालांकि फरीदाबाद में यह कंपनियां पूरी तरह से बैन हैं. एनजीटी और प्रशासन ने इन कंपनियों पर रोक लगा रखा है, लेकिन इसके बावजूद भी ओम एनक्लेव, धीरज नगर, हरकेश नगर, एत्मादपुर, नवीन नगर, अगवानपुर, रोशन नगर, बसंतपुर यह, इस्माइलपुर ऐसी प्रमुख कॉलोनियां हैं जहां पर जींस की रंगाई की कंपनियां चलाई जा रही है. हालांकि यह कॉलोनियां दिल्ली से सटे हुए हैं. यही कारण है कि कंपनियों के मालिक इसका फायदा उठा रहे हैं और अवैध कंपनियां चला रहे हैं.