चरखी दादरी: एक तरफ जहां देशभर में शिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा (Shivratri in Charkhi Dadri) है तो वहीं दूसरी ओर चरखी दादरी के कई मंदिरों में बारिश का पानी आने से शिवभक्तों को भय के साये में जलाभिषेक करना पड़ा. जलाभिषेक करने पहुंचे भक्तों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि लोगों ने शिवरात्रि पर्व को देखते हुए कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से पानी निकासी की अरदास लगाई.
मंदिर में जलभराव से श्रद्धालुओं को जलाभिषेक करने में हुई परेशानी
शिवरात्रि के पर्व पर चरखी दादरी में बने मंदिर में जलभराव (Water logging in temple) होने से श्रद्धालुओं को भगवान शिव की पूजा अर्चना करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया था बावजूद इसके कोई समाधान नहीं निकाला गया.
बावजूद इसके पानी निकासी न होने से जलभराव (Water logging in temple) के बीच भक्तों को भय के साये में जलाभिषेक करना पड़ा. बता दें कि पिछले दिनों हुई बारिश के चलते कई इलाकों में कई फुट तक पानी भर गया. वहीं अब मंदिरों में भी जलभराव की स्थिति बन गई है. शिवरात्रि के पर्व को देखते हुए लोगों ने प्रशासन से कई बार पानी निकासी की अरदास भी लगाई. बावजूद इसके पानी निकालने का कोई समाधान नहीं हुआ.
कोरोना काल के बाद पहली बार मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ दिखी, लेकिन जलभराव के चलते भक्तों को भी काफी जहमत उठानी पड़ी. स्थानीय निवासियों ने बताया कि बारिश के कारण मंदिर पानी में डूब (Waterlogging in Charkhi Dadri temple) गए. आसपास कोई मंदिर नहीं है, ऐसे में पानी के बीच से होकर लोग मंदिर पहुंचे और भगवान शिव का जलाभिषेक किया. वहीं भक्तों ने बताया कि जलाभिषेक के दौरान उन्हें किसी सांप-कीड़े के काटने का भय होता है.