चरखी दादरी:हरियाणा में इन दिनों बेहद चर्चित मामला संदीप सिंह पर जूनियर कोच द्वारा लगाए गए छेड़छाड़ के आरोप मामले में सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है. विपक्ष की तरफ से लगातार खेल मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करने की मांग भी तेज हो गई है. इस मांग को लेकर अब खापें भी जूनियर कोच के समर्थन में उतर (Phogat Khap Charkhi Dadri Support to Junior Coach) रही हैं. जूनियर कोच को विपक्ष और हरियाणा की अलग-अलग खापों का खूब समर्थन मिल रहा है.
इस प्रकरण को लेकर फौगाट खाप ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त नहीं किया तो महापंचायत बुलाकर कड़े (Molestation case on Sandeep Singh latest update) फैसले लेंगे. इस दौरान खाप ने एसआईटी की बजाये केंद्रीय जांच एजेंसी के माध्यम से पूरे प्रकरण की जांच करवाने की मांग करते हुए मंत्री पर दर्ज एफआईआर अनुसार गिरफ्तार कर जेल भेजने की बात कही. खाप ने सरकार को सोमवार तक का अल्टीमेटम दिया.
चरखी दादरी के स्वामी दयाल धाम पर फौगाट खाप की कार्यकारिणी मीटिंग खाप प्रधान बलवंत नंबरदार की अध्यक्षता में आयोजित की गई. करीब दो घंटे चली खाप की मीटिंग में मंत्री संदीप सिंह व महिला कोच प्रकरण को लेकर विचार-विमर्श किया गया. खाप ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि मंत्री संदीप सिंह को तुरंत बर्खास्त करते हुए गिरफ्तार किया जाए और पीड़िता को इंसाफ दिलाया जाए. (Molestation case on Sandeep Singh latest update)
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल व भाजपा अध्यक्ष ओपी धनखड़ मंत्री संदीप सिंह को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. अगर उनमें महिलाओं के प्रति सहानुभूति है तो तुरंत कार्रवाई करें. मीडिया से बात करते हुए खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि सरकार को सोमवार तक का अल्टीमेटम दिया गया है. इस दौरान मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त कर गिरफ्तार नहीं किया गया तो दूसरी खापों के साथ मिलकर महापंचायत करते हुए बड़े फैसलें लिए जाएंगे. उन्होेंने कहा कि सामाजिक संगठनों को भी महापंचायत में बुलाएंगे और आर-पार की लड़ाई का ऐलान करेंगे. (Molestation case on Sandeep Singh latest update)
क्या है पूरा मामला:बता दें कि 29 दिसंबर 2022 को नेशनल एथलीट और जूनियर कोच ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए थे. जूनियर कोच ने कहा कि, खेल मंत्री ने इंस्टाग्राम के जरिए उससे कॉन्टैक्ट किया था. जूनियर कोच का आरोप है कि, खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मेरी बात मानने पर सभी सुविधाएं और मनचाही जगह पोस्टिंग मिलेगी. जब बात नहीं मानी तो उसके बाद तबादला कर दिया गया और ट्रेनिंग तक रोक दी गई. पीड़िता के अनुसार प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से पहले घटना की शिकायत के लिए डीजीपी कार्यालय, सीएम हाउस और गृह मंत्री अनिल विज हर स्तर पर प्रयास किया. (sports minister sandeep singh matter update)
पीड़िता ने कहा कि उसकी कहीं सुनवाई नहीं हुई.वहीं, जूनियर के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद 29 दिसंबर को ही कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके ऊपर लाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया. इसके साथ ही उन्होंने सीएम मनोहर लाल से इस मामले में जल्द से जल्द जांच की मांग की थी. ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके. इसके बाद 1 जनवरी, 2023 को कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह ने जांच रिपोर्ट आने तक अपना विभाग सीएम को सौंप दिया था.