चरखी दादरी: सूरत में हुए अग्निकांड के बाद भी शायद प्रशासन की नींद नहीं खुली है. प्रशासन अभी भी अग्निशमन यंत्रों को लेकर संजीदा दिखाई नहीं दे रहा है. दरअसल जिले के सभी लोगों पर नियम-कानून लागू करने वाला जिला प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से भागता नजर आ रहा है.
लघु सचिवालय, कोर्ट परिसर और तहसील कार्यालयों की 3 मंजिला इमारत में लगे अग्निशमन यंत्र कई महीने पहले ही एक्सपायर हो चुके हैं. ऐसे में यहां आगजनी की घटना होने पर किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है.
लघु सचिवालय और अन्य इमारतों में डीसी, एसपी, एडीसी डेवलप्मेंट, एसडीएम और रेवेन्यू रिकॉर्ड वाले महत्वपूर्ण कार्यालय हैं, लेकिन एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अग्निशमन यंत्रों की रिफिल तक नहीं करवाई गई. ऐसे में प्रशासन ही बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है.
बता दें कि लघु सचिवालय में साल 2016 में अग्निशमन यंत्र लगाए थे, जो अब एक्सपायर हो चुके हैं. 3 साल बीत जाने के बाद भी अग्निशमन सिलेंडरों को रिफिल करवान किसी ने जरूरी नहीं समझा है.
वहीं इस बारे में नगराधीश डा. विरेंद्र सिंह ने दैनिक ट्रिब्यून को बताया कि लघु सचिवालय में अग्निशमन यंत्रों के एक्सपायर होना गंभीर है. इस मामले में वे संबंधित विभाग की जांच करवाएंगे. उन्होंने कहा कि गंभीर समस्या को देखते हुए तुरंत अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं.