चंडीगढ़: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नशीले पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में नशे को रोकने के लिए देश के विभिन्न राज्यों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की. इसके साथ ही गृह मंत्री ने राज्यों में नशे पर पूर्ण रोकथाम लगाने के निर्देश दिए. सोनीपत में वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश को नशा मुक्त बनाने का संकल्प दोहराया. वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजित इस सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पुलिस महानिदेशकों ने हिस्सा लिया. गृहमंत्री अमित शाह से मिले निर्देशों की अनुपालना के संकल्प के साथ नशे के मुहिम मुहिम को तेजी से आगे बढ़ाने पर बल मिला.
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टोल फ्री एंटी-ड्रग हेल्पलाइन नंबर 9050891508 शुरू: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में हरियाणा के नूंह जिले में नशे कारोबार को खत्म करने की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि, 500 पुलिसकर्मियों ने नूंह में नशे के व्यापारियों को काबू किया और नशे के बड़े नेटवर्क को तोड़ा है. उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर बसे गांवों में विशेष रूप से नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. प्रदेश में नशा मुक्ति और पुनर्वास के लिए ग्राम और वार्ड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक मिशन टीमों का गठन किया गया है. उन्होंने बताया कि, प्रदेश में नशा पीड़ितों की मदद करने और नशा तस्करी की गतिविधियों के बारे में जनता से जानकारी एकत्र करने के लिए टोल फ्री एंटी-ड्रग हेल्पलाइन नंबर 9050891508 भी शुरू किया गया है. इस नंबर पर अब तक 5542 कॉल आई, जो नशा पीड़ितों की सहायता करने और सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहा है.
नशे के कारोबार से जुड़े 71 व्यक्तियों की 46 करोड़ की संपत्ति अटैच: इस दौरान सीएम मनोहर लाल ने बताया कि पिछले वर्ष के दौरान राज्य में 3824 एफआईआर दर्ज कर 6000 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें 10 नाइजीरिया के सप्लायर भी शामिल हैं. इसके अलावा नशे के कारोबार से जुड़े 71 व्यक्तियों की 46 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की गई है. उन्होंने कहा कि 40 स्नीफर डॉग को ट्रेनिंग दी गई है. एनडीपीएस एक्ट को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के लिए लीगल एडवाइजर की सहायता ली जा रही है.
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नशे के खिलाफ एक्शन प्लान: मुख्यमंत्री ने कहा कि, राज्य में एफएसएल की भी ट्रेनिंग करवाई गई है और 8 नई एफएसएल बनाई गई है. इनमें से सिरसा में एफएसएल ने कार्य करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि, स्टेट एक्शन प्लान बनाकर सर्वे करवाया जा रहा है, जिसमें नशे से पीड़ितों के अभिभावकों को भी शामिल किया जा रहा है. इसके अलावा दोषियों को पकड़ने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है. प्रदेश में 52 नशा मुक्ति केंद्र चलाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि रेवाड़ी, हिसार और अम्बाला में 9 करोड़ रुपये के मादक पदार्थों को नष्ट किया गया, जबकि पूर्व में भी 100 करोड़ के मादक पदार्थों को नष्ट किया गया.
केमिस्ट स्टोर के लिए मोबाइल ऐप: सीएम मनोहर लाल ने बताया कि, नशे के उद्देश्य से उपयोग की जाने वाली दवाओं की अवैध बिक्री को रोकने के लिए हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग पूरी तरह से एक्शन मोड में है. दोनों विभागों द्वारा प्रदेश के सभी केमिस्ट स्टोर के लिए एक मोबाइल ऐप साथी तैयार किया गया है. इस ऐप के लागू होने के बाद नशे के लिए उपयोग की जाने वाली ऐसी कोई दवा केमिस्ट द्वारा बिना प्रिस्क्रिप्शन के नहीं बेची जा सकती. इसके अलावा नशे के प्रति प्रदेश के युवाओं को जागरूक करने के लिए राहगीरी कार्यक्रम भी शुरू किया गया है.