चंडीगढ़: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को सबको हैरान करने वाला फैसला लिया. जिसके तहत RBI ने 2000 के नोटों को सर्कुलेशन से बंद करने का ऐलान किया. हालांकि दो हजार के नोटों को बंद करने के ऐलान के साथ RBI ने यह भी साफ कर दिया कि 30 सितंबर तक 2000 के नोट वैध माने जाएंगे, लेकिन RBI के इस फैसले को लेकर सियासत भी शुरू हो चुकी है. मामले में हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान ने इस फैसले पर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि नोटबंदी का फैसला सिर्फ और सिर्फ PM मोदी का था. 8 नवंबर 2016 को PM मोदी ने 8 बजे टीवी पर प्रकट होकर नोटबंदी की घोषणा की थी. जिससे अर्थव्यववस्था चरमरा गई, 12 करोड़ लोगों का रोजगार छिन गया. 168 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
'PM को मांगनी चाहिए माफी':हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान ने कहा कि इस फैसले के पांच दिनों बाद PM मोदी ने गोवा में कहा था कि, नोटबंदी के फैसले से कालाधन खत्म हो जाएगा. आंतकवाद खत्म हो जाएगा, नक्सलवाद खत्म हो जाएगा. अगर मेरी कहीं गलती निकल जाए तो बीच चौराहे पर मुझे खड़ा कर लेना. उन्होंने कहा कि PM मोदी बताए नोटबंदी करके क्या हासिल किया. उदय भान ने कहा कि PM मोदी को जनता के समक्ष आकर के उसने माफी मांगनी चाहिए. इंसान से ही गलतियां होती हैं. फैसला लेने में गलती हुई है तो माफी भी मांग लेनी चाहिए. हालांकि नोटबंदी के बावजूद बीजेपी 2019 का चुनाव जीत गई. उदय भान ने कहा कि 2019 में बीजेपी ने पुलवामा अटैक से सहानभूति लेकर जनमत को छीना. बीजेपी ने शहीदों के नाम पर वोट मांगे. नोटबंदी के नाम से बीजेपी को वोट नहीं मिला.
'नोटबंदी पर सवाल खड़े करने से पहले सोचना चाहिए': इधर इसी मामले में हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भान पर निशाना साधते हुए हरियाणा बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण अत्रे ने कहा कि नोटबंदी के देश को क्या फायदे हुए उसका जवाब 2019 के चुनाव में जनता ने दे दिया है. 2019 में देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरी बार सत्ता में वापस लाया. उन्होंने कहा कि इसलिए विपक्ष के नेताओं को नोटबंदी पर सवाल खड़े करने से पहले उस पर सोचना चाहिए और विचार करना चाहिए.