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चीन को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर दागे सवाल - रणदीप सुरजेवाला भारत चीन झड़प

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भारत चीन सैनिकों में हुए झड़प में शहीद हुए 20 सैनिकों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार से सवाल पूछा है कि भारतीय सेना को बिना हथियार के चीनी सैनिकों के पास किसने भेजा था.

Randeep Surjewala fired questions on central govt over india china border clash
Randeep Surjewala fired questions on central govt over india china border clash

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Published : Jun 18, 2020, 9:23 PM IST

चंडीगढ़: भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में हुई हिंसक झड़प को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस पार्टी के राष्ट्री प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर सरकार जवाब मांगा है. गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के दौरान 20 सैनिक की शहादत पर सुरजेवाला ने सरकार से चार सवाल भी पूछे हैं.

20 जवानों की शहादत पर भड़के रणदीप सुरजेवाला

उन्होंने पीएम मोदी से पहला सवाल पूछा कि जांबाज सैनिकों को दुश्मन के पास निहत्थे क्यों भेजा? इसके अलावा उन्होंने पूछा कि चीन के शत्रुतापूर्ण मनसूबों की जानकारी सरकार के पास क्यों नहीं थी? और सैनिकों की शहादत क्यों हुई सरकार ये भी बताए? इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर चूक होने का आरोप लगाया और केंद्र सरकार की विफलता बताई.

केंद्र सरकार पर साधा निशाना

इसके बाद रणदीप सुरजेवाला ने एक ट्वीटर हैंडल पर वीडियों शेयर किया, जिसमें वे केंद्र सरकार पर आक्रामक होते हुए दिखाई दे रहे हैं. उस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा जब-जब राष्ट्रहित से खिलवाड़ करती है, जब जब देशहित से समझौता करती है, तब चीन से लड़ने की बजाए कांग्रेस से लड़ती हैं. उन्होंने मोदी सरकार की आलोचना की और पूछा कि हमारे सैनिकों को बॉर्डर पर निहत्थे क्यों भेजा?

सरकार से मांगी पूरी जानकारी

सबसे बड़ा सवाल ये पूछा कि चीन ने हमारी जमीन पर कितना कब्जा किया हुआ है. उन्होंने इंटेलिजेंस फेलियर को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, 20 जवान शहीद हो गए, लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है. उन्होंने कहा कि सरकार को नागरिकों को विश्वास में लेना चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि चीन ने हमारी जमीन कैसे हड़पी? इस मुद्दे से निपटने के लिए सरकार की क्या रणनीति है?

ये भी पढ़ें-सिरसा: चीन के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, मोमबत्ती जलाकर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

राहुल गांधी ने भी पूछा था सवाल

गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार जमकर निशाना साधा था. उन्होंने केंद्र सरकार पर सैनिकों को बिना हथियार बॉर्डर पर भेजना का आरोप लगाया था.

विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब

इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस के सवालों का जवाब देते हुए ट्वीट किया कि सीमा पर सभी सैनिक हमेशा हथियार लेकर जाते हैं और 15 जून को गलवान घाटी में सैनिकों ने ऐसा ही किया. उन्होंने कहा कि 1996 और 2005 के समझौते के अनुसार फेसऑफ के दौरान हथियार लेकर नहीं जाना होता है. विदेश मंत्री ने कहा है कि गलवान घाटी में भारत-चीन सीमा पर तैनात भारतीय जवानों के पास हथियार थे लेकिन पिछले समझौतों के तहत उन्होंने हथियार का इस्तेमाल नहीं किया.

ये था पूरा भारत-चीन विवाद

बता दें कि भारत और चीन के बीच लद्दाख बॉर्डर पर मई से जारी तनाव अब काफी बढ़ गया है. सोमवार 15 जून की रात को गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई. 6 जून को हुई बैठक में चीन ने वादा किया था कि वो अपने सैनिकों को पीछे हटाएगा, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. इसी के बाद जब भारतीय सेना चेकिंग के लिए पहुंची तो दोनों देशों के सैनिक आमने सामने आ गए. इस हिंसक झड़प में दोनों देशों की सेनाओं को भारी नुकसान हुआ है.

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