चंडीगढ़: कोरोना महामारी के कारण लागू हुए लॉकडाउन के कारण जो किसान मंडियों में अपनी गेहूं की फसल नहीं बेच पाए थे, उनके लिए राज्य सरकार ने एक दिन के लिए 13 मई को प्रदेशभर की सभी मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद करने का आदेश जारी किया है, ताकि रबी खरीद सीजन 2021-22 में कोई भी किसान अपनी गेहूं की फसल बेचने से वंचित न रहे. ये जानकारी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी है.
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि लॉकडाउन के कारण जिन किसानों की गेहूं अब तक मंडियों में नहीं आई थी, सरकार उनकी फसल 13 मई को खरीदेगी. उन्होंने कहा कि सभी किसान 13 मई को मंडियों में आकर अपनी गेहूं की फसल बेच सकते हैं.
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उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि इस बार पिछले वर्षों से दस दिन पहले एक अप्रैल से प्रदेशभर की 396 मंडियों में गेहूं खरीद प्रक्रिया शुरू की थी जो कि अब अपने अंतिम चरण है. उन्होंने बताया कि अब तक 83.49 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद मंडियों में हो चुकी है, वहीं कुल गेहूं की खरीद करीब 81.52 लाख मीट्रिक टन हुई है.
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भुगतान प्रक्रिया के बारे में उन्होंने बताया कि 12 मई तक करीब 13,681 करोड़ रूपये का भुगतान सीधा किसानों के खातों में हो गया है और करीब 4,99,056 किसानों के 9,30,696 जे फार्म बनाए जा चुके हैं.
साथ ही उपमुख्यमंत्री ने किसानों से आग्रह किया है कि अपनी फसल बेचने के लिए मंडियों में आने वाले सभी किसान कोरोना महामारी से बचाव के लिए जरूरी एहतियात बरतें और मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखें.