चंडीगढ़: प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने शहर के सभी सरकारी अस्पताल में पोस्ट कोविड मॉनीटिरिंग सेल बनाने के लिए निर्देश जारी किए है. ताकि कोरोना टीकाकरण के दौरान आपातकालीन स्थिति में मरीजों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा जा सके.
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज जीएमसीएच-32 की डायरेक्टर प्रिंसिपल जसबिंदर कौर ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन के लिए शहर में तीन मेन सेंटर बनाए जाएंगे. इसमें मेडिकल कॉलेज-32, गवर्नमेंट मल्टी स्पेशएलिटी हॉस्पिटल जीएमएसएच-16 और पीजीआइ चंडीगढ़ को शामिल किया गया है.
डॉ. जसबिंदर कौर ने बताया कि अब तक मेडिकल कॉलेज से चार हजार हेल्थ केयर वर्करों का कोरोना टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा चुका है. जबकि पूरे शहर से 25 हजार हेल्थ केयर वर्करों का पंजीकरण हुआ है.
पहले से बीमार लोगों पर हो सकता है वैक्सीन का प्रतिकूल प्रभाव
डॉ. जसबिंदर कौर ने बताया कि जो लोग पहले से ही किसी बीमारी से ग्रस्त हैं उनमें से कई लोगों पर कोरोना वैक्सीन का प्रतिकूल प्रभाव भी देखने को मिल सकता है. अगर कोई मरीज डायबीटिज, हाइपरटेंशन, किडनी, हृदय रोग, कैंसर या अन्य किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है तो ऐसे मरीज को कोरोना की वैक्सीन देने पर पोस्ट कोविड मॉनीटिरिंग सेल में रखा जाएगा, ताकि अगर कोविड वैक्सीन का ऐसे किसी मरीज में अचानक कोई प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिले तो मरीज को तुरंत डॉक्टर का परामर्श मिल सके.
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डॉ. जसबिंदर कौर ने बताया जो मरीज पहले से बीमार हैं अगर उन्हें कोविड वैक्सीन देने पर शरीर में कोई साइड इफैक्ट होता है तो इन मरीजों को साइड इफेक्ट से कैसे बचाया जा सके या साइड इफैक्ट को खत्म किया जा सके, इसके लिए अलग से डॉक्टरों की कई टीमें अलग-अलग दवाईयों पर रिसर्च कर रही है.