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हरियाणा में बारिश के बाद लोगों को मिली प्रदूषण से राहत, गुरुग्राम में स्थिति गंभीर

हरियाणा में बारिश के बाद लोगों को बढ़ते प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है. एक तरफ ज्यादातर जिलों में प्रदूषण (pollution in haryana) गंभीर से सुधरकर खराब श्रेणी में पहुंचा है. वहीं दूसरी तरफ गुरुग्राम में स्थिति गंभीर बनी हुई है.

pollution in haryana
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Published : Dec 30, 2021, 7:08 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में बारिश (rain in haryana) के बाद प्रदूषण के स्तर में गिरावट देखने को मिली है. हालांकि अभी भी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में स्थिति चिंताजनक है. वहीं फरीदाबाद में प्रदूषण के स्तर में गिरावट देखने को मिली है. वीरवार को गुरुग्राम का एयर क्वालिटी इंडेक्स (air quality index of gurugram) 311 रहा. जो हवा की गुणवत्ता के हिसाब से 'ज्यादा खराब' श्रेणी में आता है. वहीं फरीदाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 285 रहा. ये हवा की गुणवत्ता के हिसाब से खराब श्रेणी में आता है.

बारिश के चलते हरियाणा में प्रदूषण (pollution in haryana) का स्तर पहले के मुकाबले सुधरा है. ज्यादातर जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई है. वीरवार को हिसार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 263, पानीपत का 193, सोनीपत का 204, जींद का 165, रोहतक का 184 दर्ज हुआ. जो कि मध्यम से खराब श्रेणी में आता है. प्रदूषण के स्तर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लोगों के सतर्क रहने की सलाह दी है.

डॉक्टर की सलाह है कि इस समय सुबह और दिन ढलने के बाद बाहर की गतिविधियां बंद कर दी जाए तो अच्छा है. सुबह घूमने जाने वालों को छोटी वॉक करनी चाहिए. स्वास्थ्य विभाग की सलाह की जरूरत पड़ने पर ही लोग घर से बाहर निकले. खासकर बुजुर्ग और छोटे बच्चों को बाहर ना निकलने दें.

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एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.

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