चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात के 69वें एपिसोड में किसानों पर बात करते हुए हरियाणा के सोनीपत जिले के किसान कंवर चौहान का जिक्र किया. जिसमें पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें किसान कंवर चौहान ने बताया कि कैसे एक समय था, जब मंडी से बाहर अपने फल और सब्जियों को बेचने में परेशानियों का सामना करना पड़ता था. लेकिन 2014 में फल और सब्जियों को APMC Act से बाहर कर दिया गया. इसका उन्हें और आसपास के साथी किसानों को बहुत फायदा हुआ है.
सीएम मनोहर लाल ने किया ट्वीट
मन की बात के दौरान पीएम मोदी द्वारा सोनीपत के किसान कंवर चौहान के बारे में चर्चा करने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर इस किसान को हुए फायदे का जिक्र किया.
ओपी धनखड़ ने दी जानकारी
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसान कंवर चौहान ने 2014 से पहले हो रही दिक्कतों के बारे में बताया है और मोदी सरकार में फल और सब्जियां को एपीएमसी अधिनियम के बाहर करने के बाद किसानों को क्या फायदे हुए इसके बारे में जिक्र किया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट कर लिखा है कि प्रदेश के अन्य किसानों को भी किसान कंवर चौहान से प्रेरणा लेनी चाहिए.
सोनीपत के किसान ने पीएम मोदी से की मन की बात
मन की बात के जरिए पीएम मोदी ने बताया कि हरियाणा के सोनीपत जिले के हमारे एक किसान भाई रहते हैं उनका नाम है श्री कंवर चौहान. उन्होंने बताया कि कैसे एक समय था जब मंडी से बाहर अपने फल और सब्जियों बेचने में बहुत दिक्कत आती थी.
अगर वो मंडी से बाहर अपनी फल और सब्जियां बेचते थे, तो कई बार उनके फल, सब्जियां और गाड़ी जब्त कर लिए जाते थे. लेकिन 2014 में फल और सब्जियों को APMC Act से बाहर कर दिया गया,इसका उन्हें और आसपास के साथी किसानों को बहुत फायदा हुआ है.
फल और सब्जियों को एपीएमसी अधिनियम से बाहर करने के फायदे
एपीएमसी अधिनियम (APMC Act) यानी एग्रीकल्चर मार्केटिंग प्रोड्यूस मार्केटिंग कमेटी होने के बाद कृषि बाजारों में व्यवस्था लाने और बिचौलियों के हाथों किसानों का शोषण रोकने की दिशा में लागू किया गया हैं. ये कानून किसानों को अपना उत्पाद सीधे किसी को बेचने की छूट देगा. इससे ख़रीदारों में प्रतियोगिता बढ़ेगी और किसानों को बेहतर दाम मिलेंगे. अब कानूनी रूप से मान्य बिचौलिये के न होने से किसान सीधे ग्राहकों को अपना उत्पाद बेच सकेंगे। इससे ग्राहकों के लिए खाने-पीने की वस्तुएं सस्ती हो सकती हैं.
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