चंडीगढ़:चंडीगढ़ में रोहतक पहरावर जमीन के पट्टे को लेकर हरियाणा सरकार और गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा के बीच आज एमओयू पर लीज को लेकर हस्ताक्षर हुए. एग्रीमेंट की साइनिंग सेरेमनी के मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा और कमल गुप्ता भी मौजूद रहे. बीते दिनों कैबिनेट ने 15 एकड़ जमीन को 33 साल के लिए लीज एग्रीमेंट को मंजूरी दी थी. जिसके बाद आज हरियाणा सरकार ने सभा को औपचारिक तौर पर जमीन सौंपी. जमीन के दस्तावेज मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में सौंपे गए. नगर निगम कमिश्नर रोहतक धीरेंद्र खड़गटा ने गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा, रोहतक के पदाधिकारियों को कागजात सौंपे.
'मैंने की थी जमीन दोबारा देने की घोषणा':एमओयू के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सबसे पहले रोहतक के पहरावर गांव में गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा को 2008 में प्लॉट दिया गया था. इसके बाद गांव नगर निगम में शामिल हो गया था. समय पर काम शुरू नहीं होने के चलते जमीन को वापस ले लिया गया था. मैंने करनाल में परशुराम सम्मेलन के दौरान दोबारा जमीन देने की घोषणा की थी.
कुल कितनी जमीन दी गई?: उन्होंने कहा कि आज हुए एमओयू के मुताबिक साल 2056 तक गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा को जमीन लीज पर दे दी गई है. इसके लिए सालाना 2 लाख फीस ली जाएगी. जिसमें हर साल पांच परसेंट की बढ़ोतरी होगी. तीन भूखंडों को मिलाकर एक चौरस जमीन का टुकड़ा सभा को दिया गया है. कुल 15.37 एकड़ जमीन दी गई है. उन्होंने कहा कि गौड़ ब्राह्मण शिक्षा सभा को 5 साल के दौरान जमीन पर निर्माण करना होगा. साल में निर्माण नहीं होने पर इस अवधि को अगले 5 साल के लिए भी बढ़ाया जा सकता है.
विपक्ष पर सीएम का निशाना: पहरावर की जमीन को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विपक्ष पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के विरोध करने का कोई कारण नहीं है. उन्हीं के समय में एक गलत लीज हुई थी. जिसके चलते जमीन को वापस ले लिया गया, जो सही नहीं था. उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपने कार्यकाल की आलोचना करनी चाहिए. हमारी सरकार ने इस मुद्दे का समाधान किया है.