चंडीगढ़: कोरोना को लेकर चंडीगढ़ पीजीआई में एक नई रिसर्च (New Research Chandigarh PGI) की गई है. जिसमें ये सामने आया है कि कोरोना से ठीक होने के बाद इंसान के हार्मोन में बदलाव हो सकते हैं. जिससे इंसान को गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. ये रिसर्च चंडीगढ़ पीजीआई के एंडॉक्रिनलॉजी विभाग के एचओडी डॉक्टर संजय भडाडा और उनकी टीम ने की है. इस बारे में चंडीगढ़ पीजीआई के एंडॉक्रिनलॉजी विभाग (Chandigarh Pgi Endocrinology Department) के एचओडी डॉक्टर संजय भडाडा ने ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत की.
डॉक्टर संजय भडाडा ने बताया कि ये रिसर्च शरीर के एंडोक्राइन ऑर्गन पर की गई है. इस रिसर्च में ये देखा गया है कि कोरोना का इन अंगों पर क्या असर पड़ता है. इस रिसर्च में देखा गया है कि अगर कोविड का असर शरीर के अंगों और हार्मोन (Corona Virus Hormone Effect) पर पड़ता है तो क्या वो असर स्थाई होगा या उसे ठीक किया जा सकता है. इस कड़ी में एक बात सामने आई कि जो लोग कोविड-19 का शिकार हुए. उनमें हाई डायबिटीज और थायराइड की समस्या देखी गई.
इसके अलावा उनमें कई तरह के हार्मोन बदलाव भी देखे गए. ये सभी वो पेशेंट थे, जो गंभीर रूप से कोरोना की चपेट में आए थे. जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी और ऑक्सीजन भी देनी पड़ी थी. इस रिसर्च के बाद ये साफ हो गया है कि जो लोग कोविड-19 का शिकार हुए हैं. उनका फॉलोअप जरूरी है. क्योंकि अगर किसी मरीज में हार्मोन चेंज के लक्षण दिखाई देते हैं. तो उसका समय पर इलाज किया जाना चाहिए. नहीं तो मरीज को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. शरीर में नमक की कमी और हार्ट अटैक जैसी समस्या से जूझना पड़ सकता है.