चंडीगढ़: हरियाणा में सभी दल संगठन को आने वाले चुनाव 2024 के लिए मजबूत करने में जुट गए हैं. सत्ताधारी बीजेपी हो या विपक्षी दल सबका फोकस संगठन पर है. हरियाणा में जहां अगले साल लोकसभा के बाद विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में तमाम दलों का संगठन की बैठकों पर सभी का फोकस बना हुआ है.
बीजेपी की शुक्रवार को पंचकूला में अहम बैठक: हरियाणा बीजेपी के ने अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद पहली संगठन की बैठक हो रही है. इस बैठक में पार्टी के नए अध्यक्ष नायब सिंह सैनी, सीएम मनोहर लाल समेत तमाम मंत्री और विधायकों के साथ ही संसद और पार्टी के तमाम पदाधिकारी भी शामिल होंगे. यह बैठक चुनाव 2024 की रणनीति के तहत अहम मानी जा रही है. बैठक में जहां राज्य और केंद्र सरकार की जनहितैषी योजनाओं को लेकर चर्चा होगी. वहीं, हरियाणा बीजेपी के नए अध्यक्ष बनने के बाद संगठन में होने वाले बदलावों को लेकर भी मंथन हो सकता है.
हरियाणा बीजेपी में तीन महामंत्री: दरअसल वर्तमान में हरियाणा बीजेपी में तीन महामंत्री हैं, जिनमें मोहनलाल बडोली, पवन सैनी और वेद पाल शामिल हैं. चर्चा यह है कि जल्द हरियाणा बीजेपी को तीनों वर्तमान महामंत्री को पदमुक्त कर उन्हें कोई और जिम्मेदारी दे सकती है. वहीं, तीन नए महामंत्री बनाए जा सकते हैं, जिनमें कृष्ण बेदी, जवाहर यादव के साथ ही अन्य नामों को लेकर भी चर्चा है. वहीं, इसके साथ ही कुछ नए लोगों को हुई संगठन में शामिल किया जा सकता है. यानी नए अध्यक्ष अपनी टीम को नई रूपरेखा दे सकते हैं.
क्या कहते हैं हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा?: हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा कह चुके हैं कि नए अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार बैठक होगी. इसमें पार्टी के कार्यक्रमों को लेकर चर्चा होगी, जिसमें लोकसभा चुनाव लड़ चुके जिला अध्यक्ष और बड़े नेता शिरकत करेंगे. इस दौरान संगठन की तरफ से नेताओं को नई जिम्मेदारियां दी जाएगी. इस बैठक में नए अध्यक्ष जो दिशा देंगे उस पर सभी को काम करना होगा. वहीं, मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी कह चुके हैं कि पंचकूला में होने वाली बैठक के बाद पार्टी की आगामी रणनीति के बारे में जानकारी साझा की जाएगी. यानी बैठक में क्या रणनीति तय होती है उसके बारे में बात की जाएगी. इसमें केंद्रीय और राज्य सरकार की योजनाओं पर चर्चा का फोकस रहेगा.
BJP की बैठक पर राजनीतिक मामलों के जानकार की प्रतिक्रिया: बीजेपी की इस अहम बैठक को लेकर वरिष्ठ पत्रकार धीरेंद्र अवस्थी कहते हैं 'किसी भी पार्टी के चुनाव जीतने के लिए उसका संगठन अहम होता है. बीजेपी की होने वाली बैठक में सरकार की योजनाओं, संगठन के विस्तार के साथ-साथ पांच राज्यों के चुनाव के बाद जो स्थितियां उभर कर आ सकती हैं उस पर भी चर्चा हो सकती है. पांच राज्यों के चुनावी नतीजे के बाद हरियाणा में हमें सरकार में भी बदलाव देखने को मिल सकता है.'
आम आदमी पार्टी की जींद में बड़ी बैठक: वहीं, आम आदमी पार्टी के संगठन महामंत्री डॉ. संदीप पाठक एक दिवसीय दौरे पर हरियाणा आ रहे हैं. वे भी शुक्रवार को जींद दौरे पर रहेंगे. यहां वे आम आदमी पार्टी के ब्लॉक प्रभारियों केंद्र बैठक करेंगे. यह बैठक लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर अहम मानी जा रही है. इस बैठक में पार्टी के नवनियुक्त 366 ब्लॉक के साथ करीब अन्य 100 से ज्यादा पार्टी के पदाधिकारी शामिल होंगे. इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम और पंजाब के सीएम रोहतक में पार्टी के ग्रामीण स्तर के पदाधिकारियों को शपथ दिला चुके हैं.
आप ने की किलेबंदी की शुरुआत: आम आदमी पार्टी ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों को देखते हुए मजबूत किलेबंदी शुरू कर दी है. प्रदेश में ब्लॉक स्तर पर जमीन मजबूत करने के लिए ब्लॉक प्रभारियों की नियुक्ति कर चुकी है. प्रदेश की 90 विधानसभाओं को 366 ब्लॉक में बांट कर उनकी जिम्मेदारी प्रदेश में मौजूदा पदाधिकारियों को दी गई है. इससे पूर्व प्रदेश में 11 हजार से ज्यादा पदाधिकारियों के संगठन की घोषणा हो चुकी है. जल्द ही बूथ स्तर के पदाधिकारियों की नियुक्ति होंगी.
क्या कहते हैं हरियाणा आप के अध्यक्ष?: आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता कहते हैं कि पार्टी हरियाणा में संगठन के हिसाब से मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है. वे कहते हैं कि ब्लॉक प्रभारी अपने ब्लॉक और सर्कल की टीम को साथ लेकर चलेंगे. यह गांव में जो हमने 21 मेंबर की टीम बनाई है उसको सम्मानित करेंगे, जो अपने संगठन को मजबूत करेंगे. ताकि 2024 के चुनाव में हरियाणा में आप आदमी पार्टी की सरकार बने और वर्तमान सरकार को जनता उखाड़ फेंके.
आप की रणनीति के राजनीतिक मायने: आम आदमी पार्टी के संगठन को लेकर वरिष्ठ पत्रकार राजेश मोदगिल कहते हैं कि इस मामले में पार्टी ने तेजी से काम किया है. वे कहते हैं कि संगठन की ताकत किसी भी दल के लिए पावर बुस्टर का काम करता है. हालांकि इसका फायदा हरियाणा में पार्टी को कितना मिलेगा, इसके लिए हमें लोकसभा चुनावों तक इंतजार करना पड़ेगा.