चंडीगढ़:मिल्खा सिंह के रूप में देश ने आज एक अनमोल सितारा खो दिया. 'फ्लाइंग सिख' के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह (milkha singh) ने चंडीगढ़ में अंतिम सांस ली. उनके निधन के बाद से ही पूरे देश में शोक की लहर है. जिस किसी ने भी मिल्खा सिंह के साथ अपने जीवन में कुछ समय बिताया है, वो उनके बारे में बता रहा है. ऐसे ही हैं चंडीगढ़ गोल्फ कोर्स में कभी कैडी का काम करने वाले दिनेश सिंह.
दिनेश सिंह ने मिल्खा सिंह को याद करते हुए बताया कि वो उनसे पहली बार 80 के दशक में मिले थे. उसे समय वो चंडीगढ़ गोल्फ कोर्स में काम किया करते थे और मिल्खा सिंह गोल्फ खेलने आते थे. दिनेश बताते हैं कि मिल्खा सिंह उनको प्यार से बंदर और प्रेसिडेंट बुलाते थे. दिनेश बताते हैं कि मिल्खा सिंह हमेशा उनको दौड़ने के लिए प्रेरित करते थे.
'रोज खेलते थे 8 घंटे गोल्फ'
मिल्खा सिंह, दिनेश को बोलते थे कि तुम भी अच्छे धावक बन सकते हो, क्योंकि तुम्हारे पैर बड़े हैं और पंजे भी, लेकिन दिनेश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और वो धावक नहीं बन सके. दिनेश ने बताया कि मिल्खा सिंह 70 साल की उम्र के बाद भी रोज करीब 8 घंटे गोल्फ खेला करते थे और कई किलोमीटर दौड़ लगाते थे.
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दिनेश ने बताया कि इतनी उम्र हो जाने के बाद भी मिल्खा सिंह काफी फिट थे. वो जितना दौड़ते थे उतना जवान लोग भी नहीं दौड़ पाते थे. मिल्खा सिंह हर गेम को पूरा खत्म करते थे. चाहे फिर सुबह से शाम ही क्यों ना हो जाए. दिनेश ने बताया कि मिल्खा सिंह काफी मदद भी करते थे. कभी भी उन्हें कोई समस्या आती, तो मिल्खा सिंह हमेशा उनके साथ खड़े होते थे.
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