चंडीगढ़ः कोरोना वायरस के कहर के मद्देनजर देश में लॉक डाउन पार्ट टू जारी है. इसकी वजह से विभिन्न क्षेत्र प्रभावित हो रहे हैं. लोगों की जान बचाने के लिए सरकार ने लॉकडाउन किया है, लेकिन इसने आर्थिक जगत की कमर तोड़ दी है. ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी लॉकडाउन की वजह से भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है और इस सेक्टर से जुड़े कारोबारी सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
मार्च महीने में 50 फीसदी से ज्यादा नुकसान
ईटीवी भारत ने गाड़ियों के कारोबार से जुड़े संजय दहूजा से बात की, तो उन्होंने बताया कि
लॉकडाउन के बाद सिर्फ मार्च महीने में ही 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान हुआ है. पिछले साल से ही ऑटोमोबाइल सेक्टर के कारोबार में गिरावट थी, लेकिन धीरे-धीरे चीजें सामान्य होने लग गई थी. इसी बीच लॉकडाउन हो जाने से कारोबार पर काफी असर पड़ा है. गाड़ियों का ज्यादातर स्पेयर पार्ट्स चीन में तैयार होते हैं और कोरोना वायरस के दौर में वहां प्रोडक्शन बंद पड़ा है. अगर हमारे देश में ही गाड़ियों के स्पेयर पार्ट बनने शुरू हो जाएं तो इससे काफी फायदा होगा. क्योंकि उसकी कीमत में भी काफी कमी होगी. ऐसे में देश के कारोबारियों को भी इस सेक्टर में आकर इस मौके का फायदा उठाना चाहिए.
कैश फ्लो ना होने से कारोबारी परेशान
कारोबारियों के लिए कर्मचारियों का सिस्टम मैनेज कर पाना मुश्किल हो रहा है. हालांकि इन लोगों ने मार्च के महीने की कर्मचारियों की सैलरी दे दी है. लेकिन इनके कारोबार में जो कैश का फ्लो है, वह बिल्कुल रुक गया है. अब आगे कैसे काम चलेगा, इसको लेकर कारोबारी परेशान है.