चंडीगढ़: जननायक जनता पार्टी के विधायक रामकरण काला ने हरियाणा शुगर फेडरेशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल रामकरण काला ने किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. उन्होंने कहा था कि सूरजमुखी की खरीद अगर एमएसपी पर नहीं हुई और किसानों को जेल से रिहा नहीं किया गया, तो मैं फेडरेशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दूंगा. अपनी इसी बात पर अडिग रहते हुए रामकरण काला ने हरियाणा शुगर फेडरेशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है.
दरअसल कुरुक्षेत्र में किसानों ने सूरजमुखी को एमएसपी पर खरीदने की मांग को लेकर नेशनल हाईवे जाम किया था. जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया. इस लाठीचार्ज में कई किसान घायल हो गए. इसके बाद पुलिस किसान नेता गुरनाम चढूनी समेत 30 किसानों को गिरफ्तार करके ले गई. जिसके बाद रामकरण काला ने कहा था कि जो भी किसान जेल में हैं, या हिरासत में हैं. उनको छुड़ाने का पूरा प्रयास करूंगा. उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा कि 'उप मुख्यमंत्री ने मुझे हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल्स के चेयरमैन पद की जिम्मेदारी दी थी.
इसके लिए मैं आपका दिल से धन्यवाद करता हूं कि आपने मुझपर अपना विश्वास व्यक्त किया. इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूंगा. शाहबाद हल्के में सूरजमुखी की फसल बहुत ज्यादा होती है. इस बार किसानों को सूरजमुखी की फसल को मंडी में एमएसपी पर बेचने के लिए दिक्कत का सामना करना पड़ा और जब किसानों ने इसके लिए आवाज उठाई, तो उनके ऊपर पूरी बर्बरता के साथ लाठियां बरसाई गई और वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया. जिसके कारण बहुत से किसान चोटिल हुए और गंभीर अवस्था में उनको अस्पताल में दाखिल किया गया.