चंडीगढ़: देश के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है. वहीं, बारिश के बाद जलभराव के कारण लोगों को आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई राज्यों में कृषि भूमि जलमग्न हैं, जिसके चलते किसान परेशान हैं. वहीं, दूसरी ओर बारिश के चलते तापमान में कमी आने के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली है. हालांकि इस साल पहाड़ी राज्यों में बारिश और बादल फटने से जानमाल का भारी नुकसान हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार, बिहार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, झारखंड और गोवा में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के अलावा दक्षिण भारत के तटीय राज्यों में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
Haryana Weather Update: हरियाणा में कमजोर हुआ मानसून!, इस दिन से फिर होगी भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा के कुछ जिलों में आज हल्की बारिश हो सकती है. इस दौरान प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बादल गरजने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है. इसके अलावा 2 अगस्त से एक बार फिर से प्रदेश में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. (Haryana Weather Update)
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अगले दो दिन तक हल्की बारिश होने की संभावना है. वहीं, प्रदेश में 1 अगस्त से एक बार फिर मानसून पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा. मौसम विभाग के अनुसार, अगले सात दिनों तक हरियाणा में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने वाला है. प्रदेश में अगले 5 दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर बादल गरजने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है. मौसम विभाग ने 2 और 3 अगस्त को भारी बारिश को लेकर प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान में औसत 2.3 डिग्री बढ़ोतरी देखी गई. प्रदेश में करनाल के उचानी में सबसे अधिक तापमान 35.9 डिग्री दर्ज किया गया. बता दें कि, रविवार को करनाल के उचानी में 38 एमएम और हिसार में 34 एमएम बारिश दर्ज की गई. हरियाणा में इस साल 29 जुलाई तक 312.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य बारिश (197 मिलीमीटर) से 58% ज्यादा है. वहीं, हरियाणा में बारिश और बाढ़ के कारण अभी तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 8 लोग घायल हुए हैं. वहीं, अभी भी 2 लोग लापता हैं. आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में 7,868 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. इसके अलावा बाढ़ प्रभावित इलाकों में 60 राहत कैंप में 1,241 लोग रह रहे हैं.