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IO मामले पर सख्त हुए गृह मंत्री अनिल विज, गलत रिपोर्ट की जांच के आदेश, स्टेटस रिपोर्ट में केवल 99 आईओ का जिक्र

Haryana IO Suspended Case: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज पेंडिंग केसों के जांच अधिकारियों पर कार्रवाई मामले में सख्त हो गए हैं. विज ने मंगलवार को पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग की. उन्होंने आईओ के मामले में स्टेटस रिपोर्ट की भी जानकारी दी. हरियाणा में अक्टूबर महीने में 100 IO को निलंबित कर दिया गया था.

Haryana IO Suspended Case
Haryana IO Suspended Case

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Nov 21, 2023, 9:33 PM IST

चंडीगढ़:हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज एक साल से ज्यादा समय से पेंडिंग केस के आईओ (IO) मामले पर सख्त हो गए हैं. अनिल विज ने मंगलवार को पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में गृहमंत्री ने कहा कि IO मामले पर स्टेटस रिपोर्ट उनके कार्यालय में आ चुकी है. उसकी समीक्षा की जा रही है. आपको बता दें कि हरियाणा में 100 आईओ को सस्पेंड किया जा चुका है, जबकि करीब 272 के खिलाफ कार्रवाई पेंडिंग है.

स्टेटस रिपोर्ट में केवल 99 IO- अनिल विज ने मंगलवार को बैठक के बाद कहा कि उनको मिली स्टेटस रिपोर्ट में 1 साल से अधिक पेंडिंग मामलों के आईओ की संख्या 99 है, जबकि पहले 372 थी. विज ने कहा कि या तो पहले की रिपोर्ट गलत थी या फिर अब गलत है. इस मामले में गृह सचिव को लिखा गया है कि इसकी जांच करें. अगर गलत तथ्य दिए गए हैं तो ये सरकार को मिस लीड करना है.

बैठक में कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा- अनिल विज ने कहा कि बैठक में कानून व्यवस्था को लेकर भी चर्चा की गई. अब ये मीटिंग हर महीने के दूसरे मंगलवार को रखी जाएगी, जो गृह विभाग से संबंधित प्रमुखों के साथ होगी. विज ने कहा कि विभागों के प्रमुख इस बैठक में महीने की गतिविधियां प्रस्तुत करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि पब्लिक और पुलिस के बीच कोऑर्डिनेशन बेहतर करने के लिए हर महीने अंतिम सोमवार को सभी जिलों के एसपी लोगों के साथ बैठक करें.

हरियाणा में 40 लोग प्रिवेंटिव अरेस्ट- विज ने कहा कि नारकोटिक कंट्रोल ब्यौरों में कई गिरफ्तारियां हुई हैं. अभी 40 के करीब लोग प्रिवेंटिव अरेस्ट किए गए हैं. विज ने कहा एक साल के लिए प्रिवेंटिव अरेस्ट किया जा सकता है. इसके लिए एडवाइजरी बोर्ड गठित किया गया था, जिसमे हाईकोर्ट के 2 जज और वकील भी हैं. विज ने कहा कि प्रिवेंटिव अरेस्ट के तहत अधिकार है कि रेगुलर ऑफेंडर को एक साल के लिए गिरफ्तार किया जा सकता है. आने वाले समय में ऐसे बार-बार अपराध करने वालो को गिरफ्तार भी करेंगे. इसके साथ ही विज ने कहा कि ऐसे अपराधियो की सूची उन्होंने मांगी थी, जिन पर 50, 40, 30 या 10 से अधिक केस हैं. उन पर भी नजर रखने को कहा गया है.

जहरीली शराब से हुई मौतों पर उन्होंने कहा कि जहरीली शराब बना रहे व्यक्ति, जिसकी जमीन पर बन रही थी, जिसने बोतल दी, इसके इलावा जिसने ढक्कन और लेबल उपलब्ध करवाया, सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले के किंगपिन तक पहुंचे चुके हैं. इसमें कुछ कांग्रेस के नेता भी शामिल हैं, उन पर कार्रवाई हो रही है.

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