चंडीगढ़:बिजली वितरण कंपनियों के सुधारीकरण के लिए किए गए अहम फैसले का असर दिखने लगा है. जिसके चलते ही बिजली वितरण कंपनियों की स्थिति में भारी सुधार देखने को मिल रहा है.
67 लाख बिजली उपभोक्ता
बिजली निगमों ने पिछले चार साल में नए बिजली कनेक्शन देने में भी नए रिकॉर्ड स्थापित किया है. निगम के प्रयासों से 15 लाख से अधिक नए उपभोक्ता जोड़े गए हैं और अब प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या 67 लाख के करीब पहुंच गई है.
ये भी रही उपलब्धि
इसके अलावा, इस सीजन में प्रदेश में बिजली की अधिकतम मांग 11001 मेगावाट दर्ज की गई और इस लक्ष्य को भी डिस्कॉम ने आसानी से पूरा कर लिया है.
इस बार उत्तर और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम का इस साल औसत लाइन लॉस 17.45 प्रतिशत रहा जबकि देशभर में बिजली वितरण कंपनियों का औसत लाइन लॉस 18.27 प्रतिशत है, जो कि बिजली विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
लाभ की स्थिति में कंपनी
ऐसा पहली बार हुआ है कि हरियाणा की बिजली वितरण कंपनियों के एग्रीगेट ट्रांसमिशन एंड कॉमर्शियल लॉस में भारी कमी आई है. बिजली निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के कड़े प्रयासों से अब बिजली वितरण कंपनियां लाभ की स्थिति में पहुंच गई हैं.
इतना हुआ लाभ
2018-19 में 280 करोड़ 94 लाख रुपए का लाभ हुआ, इसमें यदि एग्रीकल्चर सब्सिडी के 606 करोड़ रुपए जोड़ दिए जाएं तो ये लाभ 886 करोड़ 94 लाख रुपए का होता है.
उन्होंने बताया कि 15 साल के बाद पहली बार इन बिजली वितरण कंपनियों को लाभ हुआ है. बिजली कंपनी का लगातार लाइन लॉस कम हो रहा है. उपभोक्ताओं को सुचारू और निर्बाध बिजली मिले. उसके लिए निगमों में 33 केवी के 157 नए सब स्टेशन स्थापित किए गए हैं.