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हरियाणा में चीनी मिलों को घाटे से उबारने की कोशिश, सरकार शुरू करने जा रही ये पहल

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Published : Jun 8, 2023, 7:55 AM IST

हरियाणा सरकार प्रदेश में घाटे में चल रहे चीनी मिलों को घाटे से उबारने की कोशिश में लगी है. हरियाणा के सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने सहकारी शुगर मिल फेडरेशन की वार्षिक समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बगास और खोई की बिक्री के अलावा और कई प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की जा रही है. (Haryana Cooperative Sugar Mill Federation meeting)

Haryana Cooperative Sugar Mill Federation meeting
हरियाणा राज्य सहकारी शुगर मिल फेडरेशन की वार्षिक समीक्षा बैठक मेंसहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल.

चंडीगढ़: हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने हरियाणा राज्य सहकारी शुगर मिल फेडरेशन की वार्षिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि चीनी मिलों को घाटे से उबारने के लिए बगास व खोई की बिक्री के अलावा अन्य लाभप्रद उत्पाद बढ़ाने पर बल दिया जा रहा है. इसके अलावा चीनी मिलों में 690 केएलपी एथेनॉल बनाने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है. सहकारिता मंत्री ने कहा कि चीनी मिलों में अनेक प्रकार के उत्पाद बनाने की योजना तैयार की गई है. अधिकारी इस कार्य को लक्ष्य बनाकर पूर्ण तैयारियां करें ताकि आगामी तीन साल में इसे आसानी से पूरा किया जा सके.

सितंबर तक चीनी मिलों के रखरखाव एवं मरम्मत का कार्य पूरा करने के निर्देश: सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस वर्ष चीनी मिलों के रखरखाव एवं मरम्मत का कार्य सितम्बर के अंत तक पूरा कर लिया जाए ताकि अक्टूबर माह तक नए सीजन की शुरुआत की जा सके. इसके अलावा स्टाफ की कमी को भी समय पर पूरा कर लिया जाए. उन्होंने कहा कि चीनी मिलों के तकनीकी संचालन एवं अन्य कार्य के लिए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण ले चुके 150 से अधिक युवाओं को रखा जाएगा.

हरियाणा राज्य सहकारी शुगर मिल फेडरेशन की वार्षिक समीक्षा बैठक मेंसहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल.

चीनी मिलों में अच्छी रिकवरी: हरियाणा के सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने कहा कि इस बार चीनी मिलों में अच्छी रिकवरी हुई है. इनमें शाहबाद, जींद, सोनीपत अव्वल रहने वाली चीनी मिल है. इसके अलावा पानीपत, महम, रोहतक और असंध चीनी मिलों की रिकवरी के लिए अधिकारी विजिट कर रिपोर्ट मुख्यालय सौंपे. उन्होंने कहा कि महम चीनी मिल में फतेहाबाद का गन्ना आने के कारण अभी पेराई का कार्य चालू है और शेष चीनी मिलों में कार्य बंद हो गया है.

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इस साल चीनी मिलों ने 456.72 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई:सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस वर्ष चीनी मिलों ने 456.72 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई करके 43.73 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है जो कि गत वर्ष की तुलना में 14.86 फीसदी अधिक है. इसके अलावा 3.79 फीसदी चीनी का अधिक उत्पादन हुआ है. उन्होंने कहा कि चीनी मिलों का रिकवरी रेट 9.77 फीसदी रहा जबकि लक्ष्य 10 फीसदी रखा गया था. उन्होंने कहा कि इस वर्ष 1696.97 करोड़ रुपए का गन्ना किसानों से खरीदा गया जिसमें से 1335.06 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया हैं. केवल 311.32 करोड़ रुपए की राशि गन्ने की बकाया है जिसे 30 जून तक भुगतान कर दिया जाएगा. इसमें 20.70 करोड़ रुपए की सबसिडी शामिल है.

शाहबाद में 60 केएलपी एथेनॉल प्लांट: इस दौरान डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि इस वर्ष के दौरान चीनी मिले लगातार चलती रही जिसके कारण किसानों को कोई असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा. शाहबाद में 60 केएलपी एथेनॉल प्लांट लगाया गया है, जिसमें इस वर्ष 50 केएलपी से अधिक उत्पादन कर लिया गया. इसके अलावा पानीपत में भी एथनॉल प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव टी वी एस एन प्रसाद, प्रबंध निदेशक कैप्टन मनोज कुमार के अलावा राज्य की सभी चीनी मिलों के जिला प्रबंधक मौजूद रहे.

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