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कांस्टेबल पेपर लीक: जम्मू का मास्टर माइंड, पुलवामा में छपा पेपर, ऐसे रचा गया खेल - हरियाणा कॉन्स्टेबल पेपर लीक मुख्य आरोपी

हरियाणा कॉन्स्टेबल का पेपर लीक (haryana constable paper leak) होने की वजह से परीक्षा रद्द हो गई थी. वहीं इस मामले में अब पता चला है कि ये पेपर लीक कैसे हुआ था.

constable paper leak
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Published : Aug 24, 2021, 3:36 PM IST

Updated : Aug 27, 2021, 11:55 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (Haryana Staff Selection Commission) की तरफ से बीती 7 अगस्त को सिपाही पद के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था. पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा रद्द (haryana constable paper leak) कर दी गई थी. इस मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अब इस मामले में पुलिस मुख्य आरोपियों के पास पहुंच चुकी है. पुलिस ने तीन ऐसे आरोपी गिरफ्तार किये हैं जो कि सीधे तौर पर पेपर लीक में शामिल थे.

हरियाणा पुलिस की टीम ने जम्मू कश्मीर से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि ये आरोपी सीधे तौर पर पेपर लीक प्रकरण से जुड़े हुए हैं. इनके पास से पैन ड्राइव बरामद की गई है और ये लोग प्रिंटिंग प्रेस में काम करते हैं. कैथल पुलिस की एसआईटी टीम ने खुलासा करते हुए बताया कि ये पेपर जम्मू कश्मीर के पुलवामा की एक प्रिंटिंग प्रेस में छपा था और इसी प्रेस के कंप्यूटर से पैन ड्राइव में पेपर लिया गया था.

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एसआईटी ने पेपर लीक करने वाले मुख्य आरोपित श्रीनगर के ओल्ड छानपुर की दूधगंगा कॉलोनी निवासी एजाज अमीन उर्फ मोहम्मद अमीन को गिरफ्तार किया है. उसके दो साथी डोडा जिला की भाला तहसील के गांव सिंधरा निवासी जितेंद्र कुमार और जम्मू के अपर गाड़ीगढ़ महाकाली नगर निवासी राकेश कुमार चौधरी को भी पकड़ लिया गया है. जितेंद्र ने कंप्यूटर से ये पेपर पैन ड्राइव में लिया था. इन्हें जम्मू के टिल्लो तालाब गुरुद्वारा के पास से गिफ्तार किया गया है. इन तीनों को एसआईटी ने अदालत में पेश कर 12 दिन के रिमांड पर लिया है.

बताया जा रहा है कि हिसार के खांडा खेड़ी निवासी राजकुमार उर्फ राजू और एजाज अमीन के संबंध पुराने हैं. ये दोनों सालों पहले जम्मू से जेबीटी कोर्स करवाया करते थे. एजाज अमीन जम्मू में अपनी एक एकेडमी चलाता है. पुलिस ने हालांकि एजाज अमीन को पेपर लीक प्रकरण का मुख्य आरोपित बताया है, लेकिन इसमें एक और नाम मुजफ्फर अहमद सामने आया है. ये माना जा रहा है कि मुजफ्फर अहमद को पुलवामा की प्रेस की जानकारी थी. उसी ने जितेंद्र, एजाज अमीन और राकेश को पेपर निकालने में मदद की.

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बताया जा रहा है कि मुजफ्फर अहमद पुलिस की पकड़ में आते-आते निकल गया. बता दें कि सात अगस्त को पेपर लीक प्रकरण सामने आने के बाद अभी तक कुल 28 गिरफ्तारी हो चुकी हैं. इनमें एक हरियाणा पुलिस के हवलदार को भी गिरफ्तार किया गया है. इनमें जम्मू-कश्मीर के चार आरोपित शामिल हैं. पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में एजाज अमीन (43) ने बताया कि एक अन्य आरोपित अफजल ने उसको पेपर रद्द होने के बाद आठ अगस्त को सुबह और शाम में होने वाली परीक्षा के दो सेट और आंसर-की वापस कर दी. ये दोनों सेट और आंसर-की उसने अपनी पत्नी हलीमा के पैतृक गांव उधमपुर (जम्मू) में छिपा रखा है. पुलिस ने एजाज के दो मोबाइल कब्जे में लिए हैं, जो आगे इस पूरे प्रकरण में कई खुलासे करने में अहम कड़ी होंगे.

एसपी कैथल लोकेंद्र सिंह ने कहा कि सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में कैथल पुलिस ने जम्मू निवासी मुख्यारोपित सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपितों का दो दिन का राहदारी रिमांड हासिल करके कैथल लाया गया और अदालत में पेश किया गया. जहां से व्यापक पूछताछ के लिए और 10 दिन का रिमांड हासिल किया गया है. इस मामले में पुलिस द्वारा अब तक कुल 28 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं.

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Last Updated : Aug 27, 2021, 11:55 AM IST

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