चंडीगढ़:लोकसभा चुनाव 2024 और हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए हरियाणा का सियासी पारा इन दिनों चरम पर है. हरियाणा कांग्रेस ने भी आगामी चुनावों के लिए कमर कस ली है. भले ही अभी तक उनके संगठन के पदाधिकारियों के नाम की घोषणा नहीं हो पाई है. वहीं, गुटबाजी भी पार्टी के लिए चुनौती बनी हुई है. इधर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी विरोधी पार्टियों के निशाने पर हैं. इन सब मुद्दों पर ईटीवी भारत ने हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान से बातचीत की.
सवाल: अगले कुछ दिनों में आपकी पार्टी का क्या कार्यक्रम रहने वाला है?
जवाब: आने वाले दिनों में मेरे भी कई कार्यक्रम चल रहे हैं. राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा के भी कई कार्यक्रम हैं. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के भी कई कार्यक्रम हैं. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के भी कार्यक्रम चल रहे हैं. हालांकि वह भी अपना टाइम निकाल कर आ रहे हैं, क्योंकि उनके पास अलग-अलग राज्यों के चुनाव की भी जिम्मेदारी है. 1 नवंबर को हमारी विधानसभा स्तर की रादौर में रैली है. जिसमें मुझे और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा को शामिल होना है. इसके साथ ही 5 नवंबर को टोहाना में प्रदेश भर के सरपंचों की रैली है. सरपंचों ने अपने कार्यक्रम में हमें आमंत्रित किया है. इसके साथ ही कार्यक्रमों को तय करने के लिए हमने कमेटी का गठन किया है. वह कार्यक्रम बनाती रहती है कि हमें कहां-कहां जाना है. साथ ही राजस्थान और मध्य प्रदेश के साथ अन्य राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, वहां भी पार्टी हमारी ड्यूटी लगाएगी तो वहां भी जाना है.
सवाल: आप प्रदेश भर में अध्यक्ष बनने के बाद दौरा कर चुके हैं. जनता के बीच कांग्रेस को लेकर कैसा उत्साह देखने को मिल रहा है?
जवाब: लोगों में कांग्रेस के प्रति पूरे प्रदेश में जबरदस्त रुझान देखने को मिल रहा है. इसी का परिणाम है कि पिछले सवा साल में 33 पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री हमारी पार्टी में शामिल हुए हैं. बीजेपी, आम आदमी पार्टी, इनेलो और जेजेपी को छोड़कर कई नेता कांग्रेस में शामिल हुए हैं. जब बीजेपी और जेजेपी की सत्ता है और सत्ता को छोड़कर लोग हमारे साथ आ रहे हैं तो यह इस बात का प्रमाण है कि हरियाणा में बीजेपी जा रही है और कांग्रेस मजबूती के साथ में सत्ता में आ रही है.
सवाल: इंडिया गठबंधन बनने के बाद यह तो तय हो गया है कि लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा होगा. क्या आपको लगता है कि अगर हरियाणा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर चुनाव न लड़े तो उसका फायदा या नुकसान होगा?
जवाब: कोई नुकसान नहीं होगा, सब कोशिश करते हैं. आम आदमी पार्टी हो या अन्य दल वे अन्य राज्यों में भी लड़ रहे हैं. राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी लड़ रहे हैं, जेडीयू और सपा भी लड़ रही है, जो इंडिया गठबंधन है वह लोकसभा चुनाव के लिए है. वह प्रदेश में होने वाले चुनाव के लिए नहीं है. जब लोकसभा सीटों का बंटवारा होगा तो फिर पता चलेगा कि कौन कहां से लड़ता है. जहां तक हरियाणा की बात है तो कांग्रेस पार्टी हरियाणा में सभी 10 सीटों पर लड़ने में पूरी तरह से सक्षम है और हमारे पास मजबूत प्रत्याशी भी हैं.
सवाल: कांग्रेस संगठन की घोषणा होने में काफी देरी हो गई है क्या आपको लगता है कि इसकी घोषणा जल्द होनी चाहिए?
जवाब: जल्द हरियाणा के संगठन की घोषणा होने जा रही है. इसके लिए सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. संगठन के विभिन्न पदों के लिए जो लिस्ट है वह हाई कमान के पास चली गई है. जैसे ही वह अप्रूव होकर आएगी तो तुरंत नाम की घोषणा भी हो जाएगी.