नई दिल्ली: हरियाणा कांग्रेस(Haryana Congress Dispute) में प्रदेश के नेतृत्व को लेकर दोबारा जंग छिड़ गई है. अशोक तंवर के बाद एक बार फिर इतिहास दोहराया जा रहा है. पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा समर्थित विधायक पुरजोर तरीके से भूपेंद्र हुड्डा को प्रदेश में पार्टी का अध्यक्ष बनाना चाहते हैं. इसके लिए मंगलवार को लगातार दूसरे दिन हुड्डा समर्थित विधायक इकट्ठा हुए.
बताया जा रहा है कि दिल्ली स्थित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर विधायक गीता भुक्कल, राव दान सिंह, मामन खान, मोहम्मद इलियास, अमित सिहाग, शकुंतला खटक, धर्म सिंह छोक्कर, जयबीर बाल्मीकि पहुंचे. वहीं हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल भी वहां मौजूद रहे. विवेक बंसल के साथ मीटिंग के बाद हुड्डा समर्थित विधायक एक बार फिर कांग्रेस महासचिंव केसी वेणुगोपाल से मिलने पहुंचे.
दिल्ली में दिनभर रही हलचल
दोपहर बाद तक केसी वेणुगोपाल का इंतजार करते हुए ये विधायक वापस चले गए लेकिन मुलाकात नहीं हुई फिर शाम को 5 बजे हुड्डा गुट के 8 विधायक दोबारा कांग्रेस मुख्यालय में पहुंचे, तब जाकर केसी वेणुगोपाल से 15 मिनट के लिए इनमें से 6 विधायकों की मुलाकात हो पाई. इन विधायकों ने कांग्रेस संगठन में होने वाली नियुक्तियां, पंचायत, नगर निकाय चुनाव ,कांग्रेस नेतृत्व परिवर्तन की वही बातें केसी वेणुगोपाल के सामने रखीं.
अब हुड्डा समर्थक तकरीबन सभी विधायकों ने सारी बातें कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के सामने रख दी हैं. हालांकि इतना तय हो चुका है कि हरियाणा कांग्रेस की लड़ाई यहीं पर खत्म नहीं होगी, क्योंकि आने वाले दिनों में इन विधायकों की तरफ से कांग्रेस आलाकमान से भी मिलने का समय मांगा जाएगा. अब देखना ये होगा कि कांग्रेस आलाकमान हरियाणा कांग्रेस की गुटबाजी पर किस तरीके से रोक लगाता है.