चंडीगढ़: पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश की वजह से एक बार फिर मैदानी इलाकों के लिए बाढ़ का खतरा बढ़ने लगा है. शनिवार सुबह चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में भी भारी बारिश हुई. जिसकी वजह से घग्गर नदी एक बार फिर से उफान पर है. मूसलाधार बारिश के चलते घग्गर नदी एक बार फिर से रौद्र रूप लेती जा रही है. हरियाणा के फतेहाबाद और सिरसा जिले तो अभी तक बाढ़ की चपेट में है. दोनों जिलों में राहत और बचाव कार्य जारी हैं.
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सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा के 1455 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 40 पहुंच गया है. इसके साथ ही 229 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि 1765 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. बाढ़ की वजह से पशुधन की भी हानि हुई है. जबकि जलभराव की वजह से 2 लाख 2 हजार 690 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है. सरकार की तरफ से हरियाणा में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 47 राहत कैंप स्थापित किए गए हैं.
सरकारी तरफ से जारी बाढ़ के आंकड़ें सिरसा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेंगे सीएम: शनिवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल शनिवार को सिरसा, हिसार और करनाल का दौरा करेंगे. वो सिरसा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में वो बाढ़ की स्थिति पर चर्चा करेंगे. सिरसा के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल हिसार जाएंगे. जहां वो संगठनात्मक बैठक में हिस्सा लेंगे.
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हिसार से ही शाम 5 बजे के करीब सीएम विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत हर घर नल से जल योजना के मुद्दे पर हरियाणा की जनता से संवाद करेंगे. देर शाम सीएम करनाल पहुंचेंगे. इससे पहले सीएम ने पड़ोसी धर्म निभाते हुए हिमाचल प्रदेश के आपदा राहत कोष में 5 करोड़ रुपये भेजे. 3 दिन पहले ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसकी घोषणा की थी. सीएम ने कहा था कि प्राकृतिक आपदा का वक्त राजनीति करने का नहीं, बल्कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर समाज कल्याण का है.