चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में पिछले सत्र से लेकर इस सत्र की अवधि के दौरान पूर्व राज्यपाल, विधायकों और शहीद जवानों की मृत्यु को प्राप्त हुए थी उनके सम्मान में शोक प्रस्ताव पढ़े गए. वहीं, सदन द्वारा शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की गई. शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शोक प्रस्ताव पढ़े. इनके अलावा, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने भी शोक प्रस्ताव पढ़कर श्रद्धांजलि दी. (haryana assembly winter session) (Leader of Opposition Bhupinder Singh Hooda)
विधानसभा अध्यक्ष ने शोक संतप्त परिवारों को सदन की भावना से अवगत करने का आश्वासन भी दिया. सदन में जिनके शोक प्रस्ताव पढ़े गए, उनमें हरियाणा के पूर्व राज्यपाल धनिक लाल मंडल, हरियाणा विधानसभा के भूतपूर्व सदस्य भाग सिंह छात्तर शामिल हैं. इसके साथ ही सदन के सदस्यों द्वारा देश की रक्षा करते हुए जिन्होंने अपना बलिदान दिया. उन हरियाणा के 17 वीर शहीदों के निधन पर भी शोक व्यक्त किया गया. इसके अलावा हरियाणा विधानसभा में 23 दिसंबर को हुए सिक्किम सड़क हादसाग्रस्त हुए हरियाणा के शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी गई. सिक्किम के जेमा में सेना का ट्रक खाई में गिरने से 16 जवानों का निधन पर भी गहरा शोक प्रकट किया. सदन ने इस दुर्घटना में शहीदों के परिवारों के लिए संवेदना प्रकट की. इसके अलावा, सदन में राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव की माता कृष्णा देवी, विधायक नयन पाल रावत की बहन संतोष देवी और विधायक रघुबीर सिंह कादियान के चचेरे भाई धर्मवीर सिंह के दुःखद निधन पर भी गहरा शोक व्यक्त किया गया. (Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar)
सदन में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों को किया गया नमन: शीतकालीन सत्र के पहले दिन शोक प्रस्ताव पढ़ने के बाद सदन के नेता व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों वीर जोरावर सिंह व फतेह सिंह की शहादत को स्वरचित कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री ने अपनी कविता में कहा कि 'गुरू गोबिंद सिंह के बच्चे, उमर में थे अगर कच्चे, मगर थे सिंह के बच्चे, धर्म ईमान के सच्चे, गर्ज कर बोले थे यूं, सिंह मुंह खोल उठे थे यूं, नहीं हम झुक नहीं सकते, कहीं रूक नहीं सकते, कहीं पर्वत झुके भी हैं, कभी दरिया रूके भी हैं, नहीं रूकती है रवानगी, नहीं कभी झुकती जवानी है, जोरावर जोर से बोला, फतेह सिंह छोर से बोला, रखो इंटें, भरो गारे, चिनों दीवार हत्यारे, निकलती सांस बोलेगी, हमारी लाश बोलेगी, यही दीवार बोलेगी, हजारों बार बोलेगी.’
सदन में सीएम ने कहा कि, आज 26 दिसम्बर का दिन है और प्रधानमंत्री ने इस दिन को पिछले वर्ष 'वीर बाल दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की थी. इसी कड़ी में हम विधानसभा सत्र में उन वीर बाल शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के चार बच्चों में से दो ने तो पहले ही धर्म की रक्षा के लिए शहादत दे दी थी. जोरावर सिंह व फतेह सिंह को जब दीवार में चिनवाया गया था तो दीवार के एक-दूसरे छोर से दोनों ने धर्म की रक्षा के लिए ललकार लगाई. मुख्यमंत्री ने कहा कि धन्य हैं माता गुजरी जिन्होंने ऐसे वीर पुत्रों को जन्म दिया. सीएम ने कहा कि साहिबजादों ने हमारे देश-धर्म के लिए बलिदान दिया देश के लिए ऐतिहासिक शहादत दी थी. (haryana assembly winter session 1st day)
राज्य सरकार की ओर से कभी भी प्रदेश में नगर निकायों व पंचायती राज संस्थाओं को 15 करोड़ रुपये जारी किए जाने की घोषणा पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि इस तरह की कोई घोषणा नहीं की गई थी. यदि कोई इकाई वित्तीय रूप से कमजोर रहती है तो राज्य सरकार उसकी मदद अवश्य करती है. मुख्यमंत्री सोमवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधायक बिशन लाल द्वारा वित्तीय रूप से कमजोर नगर समितियों को राशि जारी करने के संबंध में लगाए गए प्रश्न के जवाब में ये कहा. सीएम ने कहा कि नगर समितियों को केंद्रीय वित्त आयोग, राज्य वित्त आयोग का पैसा समय-समय पर प्रदान किया जाता है. इन समितियों की अपनी आय भी होती है, यदि यह सभी निधि खर्च करने के बाद कोई संस्था वित्तीय रूप से कमजोर रहती है तो राज्य सरकार आवश्यकता अनुसार उसकी मदद करती है. (CM Manohar Lal Khattar in Assembly)