चंडीगढ़: आपराधिक मामलों के दोषी और मामले की जांच का सामना कर रहे उम्मीदवारों की जानकारी साझा नहीं करने को लेकर बीजेपी चुनाव आयोग पहुंच गई है. लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस, जेजेपी, इनेलो और आम आदमी पार्टी के 26 उम्मीदवार आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.
चुनाव आयोग के नियमानुसार सभी प्रत्याशियों के तीन बार जानकारी मीडिया के द्वारा जनता को देनी होती है. किसी भी उम्मीदवार द्वारा जानकारी साझा ना करने पर बीजेपी ने इस पर आपत्ति जताई है.
बीजेपी ने निर्वाचन अधिकारी से नियमों का पालन कराने की मांग की है, ताकि जनता को उम्मीदवारों की पूरी जानकारी मिल सके. हरियाणा में अंबाला से इनेलो प्रत्याशी रामपाल, कुरुक्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह, सिरसा से हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर, हिसार से इनेलो प्रत्याशी सुरेश कौंथ, सोनीपत से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रोहतक से जेजेपी प्रत्याशी प्रदीप देसवाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ से इनेलो प्रत्याशी बलवान सिंह, फरीदाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना व आम आदमी पार्टी प्रत्याशी नवीन जयहिंद सहित अन्य कई निर्दलीय प्रत्याशी अलग-अलग आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.
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भाजपा के विधि विभाग के अनुसार 26 अप्रैल को नामांकन वापस लेने की समय सीमा खत्म होने के बावजूद अभी तक उम्मीदवारों ने दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया है. बीजेपी ने चुनाव आयोग से मतदान से दो दिन पहले तक इन उम्मीदवारों द्वारा ऐसी जानकारी प्रकाशित कराने की मांग की है.