चरखी दादरी: हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के आह्वान पर प्रदेश भर के सरकारी डॉक्टर मंगलवार को हड़ताल पर (doctors strike in haryana) हैं. चरखी दादरी में भी डॉक्टरों ने हड़ताल का समर्थन किया है. डॉक्टरों ने सुबह 11 बजे तक मीटिंग की और फिर हड़ताल पर चले गए. हालांकि पोस्टमार्टम सहित अन्य इमरजेंसी सेवाएं चालू हैं लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल से ओपीडी बंद है जो मरीजों के लिए आफत बन गई. मरीजों को न तो ओपीडी में इलाज मिल रहा है और न ही इमरजेंसी में कोई देखभाल करने वाला है. ऐसे में सरकार और डॉक्टरों के बीच मरीज फंस कर रह गए हैं
चरखी दादरी जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों ने कार्य छोड़ते हुए मांगों के संदर्भ में रोष (Doctors Strike In Charkhi Dadri) जताया. जिले के सिविल हॉस्पिटल में जिला प्रधान डॉ. दीपक की अगुवाई में डाक्टरों ने रोष प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि ओपीडी, सेवाएं सीएचसी से लेकर पीएचसी तक बंद की गई है. सरकारी अस्पतालों में सिर्फ आपातकालीन सेवाएं जारी रखेंगे. सरकार की तरफ से अगर 12 जनवरी तक उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो आगामी 14 जनवरी से हर स्वास्थ्य सेवाओं को बंद कर दिया जाएगा. जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी.
चरखी दादरी के अलावा सोनीपत में भी डॉक्टरों की हड़ताल का असर साफ दिखाई दिया. महामारी के बीच सोनीपत जिले को जोन-A में शामिल किया गया है. जिले में आए दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं. वहीं मंगलवार को सोनीपत में सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए. हड़ताल पर गए हुए डॉक्टरों का कहना है कि सरकार उनकी मांग पूरी नहीं कर रही है. इस वजह से सभी ओपीडी सेवाओं को बंद कर हड़ताल पर चले गए हैं. इसके अलावा रेवाड़ी में भी डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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