चंडीगढ़: लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने चंडीगढ़ स्थित जननायक जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में लोगों की समस्याएं सुनी. इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव डॉ. केसी बांगड़, प्रदेश कार्यालय सचिव रणधीर सिंह और जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा मौजूद रहे.
डूमरखा को नरवाना तहसील से जोड़ने की उठी मांग
इस जनता दरबार में डूमरखा कलां गांव से आई पंचायत ने उनके गांव को नरवाना तहसील से दोबारा जोड़ने के मांग रखी. गांव डूमरखा कलां से आई पंचायत ने डिप्टी सीएम को बताया कि करीब 2 साल पहले उनके गांव डूमरखा कलां को गोंडवाना तहसील से हटाकर उचाना मंडी तहसील से जोड़ दिया था. इसके कारण ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
गांव वासियों ने बताया कि उनके गांव डुमरखा की नरवाना से दूरी कम है जबकि उचाना मंडी की दूरी ज्यादा है. डूमरखा वासी चाहते हैं कि उनकी तहसील से जुड़े तमाम कार्य नरवाना तहसील से हो. इसके लिए उनके गांव को उचाना कलां तहसील से हटाकर नरवाना से जोड़ दिया जाए.
पूर्व ग्राम विकास सहायक एसोसिएशन ने उठाई अपनी मांग
इसके अलावा, पूर्व ग्राम विकास सहायक एसोसिएशन पदाधिकारियों ने भी अपनी मांगों को लेकर डिप्टी सीएम से मुलाकात की. एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष शमशेर सिंह ने बताया कि बतौर ग्राम सहायक सचिव 12,100 पदों पर 2004 में भर्ती हुई थी. इसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में उन्हें नौकरी से हटा दिया गया था.
उन्होंने बताया कि मामला कोर्ट में पहुंचा और माननीय न्यायालय ने उनकी सेवाएं जारी रखने का फैसला प्रदेश सरकार पर छोड़ दिया था. एसोसिएशन ने अदालत के निर्णय का हवाला देते हुए प्रदेश सरकार से उनकी पुण्य नियुक्ति करने की मांग की है. डिप्टी सीएम ने उनकी इस मांग पर गंभीरता से विचार करने के बाद कहा कि इस मामले को वो सरकार के समक्ष रखेंगे.