चंडीगढ़: हरियाणा सरकार का बजट सत्र चल रहा है. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद ईटीवी भारत ने कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री गीता भुक्कल से खास बातचीत की. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण में हरियाणा सरकार बहुत ही धुंधला विजन दिख रहा है. महिलाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को लेकर सरकार ने क्या खाका तैयार किया है? इस का भी जिक्र नहीं किया गया है.
राज्यपाल को सरकार को एससी कमीशन के गठन के बारे में सरकार को कहना चाहिए था, क्योंकि सरकार ने इस कमीशन के गठन की बात कही थी. उन को दलित वर्ग का दर्द समझना चाहिए था, वे खुद इस समाज से संबंध रखते हैं. इस विषय का इस अभिभाषण में जिक्र तक नहीं किया गया.
ईटीवी भारत के साथ गीता भुक्कल सरकार का नहीं दिखा स्पष्ट विजन
इस मौके पर गीता भुक्कल ने कहा कि राज्यपाल ने अभिभाषण को पूरा नहीं पढ़ा केवल आगे पीछे के दो ही पेज पढे हैं. इस में जो जानकारी मिली है. उस से सरकार का किसी भी फील्ड में किसी प्रकार का विजन दिखाई नहीं देता. सरकार ने दावा किया था कि प्रत्येक जिले में स्कूल खोले जाएंगे, कॉलेज खोले जाएंगे, मेडिकल इंस्टिट्यूट खोलेंगे. 2014 से अब तक सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है.
सरकार करे परमानेंट रोजगार की व्यवस्था
उन्होंने कहा कि आज पढ़ा लिखे युवा सड़क पर धक्के खा रहा है. सक्षम के नाम पर युवाओं को बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं. उनको रोजगार नहीं मिल रहा और जिन को रोजगार मिला उनको सरकार निकाल रही है. सरकार न तो परमानेंट रोजगार की, ना किसानों की, ना स्वास्थ्य की और ना महिलाओं के बारे में अपना विजन स्पष्ट कर पा रही है.
हरियाणा में बढ़े महिलाओं के प्रति अपराध
भुक्कल ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं पर अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. इस ओर सरकार ध्यान न दे कर केवल 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा लगा रही है. इस सरकार में घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की भी इसमें कोई भी झलक नहीं दिखाई दी.
चिंता का विषय महिला सुरक्षा
महिलाओं को लेकर सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. चाहे कुछ भी कह लो आज हरियाणा प्रदेश में महिलाओं को लेकर चिंता का विषय बना हुआ है. सरकार स्पेशल बसें चलाने की बात जरूर कर रही है, लेकिन हमने आज तक शिक्षण संस्थानों में या कहीं भी स्पेशल बसें चलती नहीं दिख रहीं. स्कूल-कॉलेज की लड़कियां बसों के दरवाजों पर लटक कर सफर कर रही हैं. जब सरकार सेफ्टी ट्रांसपोर्टेशन ही नहीं दे सकती तो रोजगार क्या देंगी.
खुले मन से दिए सीएम को सुझाव
गीता भुक्कल ने पंचकूला में चले तीन दिन के प्री बजट सत्र पर कहा कि हम सभी साथियों ने इस मौके पर खुले दिमाग, खुले मन से चर्चा करके माननीय मुख्यमंत्री को अपने सुझाव दिए इसमें हमने कोशिश की है कि पार्टी बाजी से उठकर अपने-अपने क्षेत्रों खासकर झज्जर जिले की जो अनदेखी पिछले समय सरकार ने की है. जिस का जवाब भी वहां की जनता ने 4 सीटे कांग्रेस को दे कर उसका जवाब बीजेपी को दे दिया है. सरकार से हम उम्मीद करेंगे कि हमने जो मांगे रखी है उसको सरकार मानेगी और इस बजट में लाएगी.
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सरकार ने पेश किया अच्छा उदाहरण
आखिर में भुक्कल ने कहा कि सरकार इवेंट मैनेजमेंट में माहिर है. प्री बजट सत्र के नाम पर सरकार ने देशभर में एक बहुत अच्छा उदाहरण तो पेश कर दिया है. हम सभी विधायक देखेंगे कि कितने विषय इस बजट में लाए जाते हैं? उस के बाद सरकार को नंबर देंगे.