चंडीगढ़/जींद/नारनौल: पिछले दो लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद हरियाणा में कांग्रेस पार्टी इस बार अपनी पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी में है. भले ही 2014 और 2019 की तरह अभी भी पार्टी अपने संगठन की घोषणा नहीं कर पाई है. बावजूद इसके कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए हरियाणा की घर-घर तक पहुंचाने के लिए घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस अभियान की आज से शुरुआत कर दी है.
घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस अभियान शुरू : करीब 10 सालों से बिना संगठन के चल रही कांग्रेस पार्टी हरियाणा में आज से घर-घर कांग्रेस हर घर कांग्रेस अभियान शुरू कर चुकी है. कांग्रेस पार्टी का ये कार्यक्रम आज से शुरू होकर 20 मार्च तक चलेगा. इस अभियान की शुरुआत जींद में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने की है. हरियाणा कांग्रेस अपने इस अभियान के जरिए प्रदेश के घर-घर तक पहुंचने के लिए काम करेगी.
कांग्रेस और बीजेपी राज की तुलना की जाए :पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. इसके बाद हुड्डा ने टाउन हॉल होते हुए पालिका बाजार स्थित घरों और हर दुकान में जाकर लोगों से मुलाकात की. हुड्डा ने कहा कि लोग इस बार कांग्रेस को सत्ता में लाने का मन बना चुके हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा बीजेपी सरकार को हरियाणा में लगभग 10 साल पूरे हो चुके हैं. इतने ही वक्त तक उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस का कार्यकाल था. अब समय आ गया है कि दोनों सरकारों के कामों और उपलब्धियों की तुलना की जाए.
बदमाश हरियाणा छोड़कर भाग गए थे : भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जनता जब तुलना करेगी तो उन्हें समझ आएगा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार के दौरान 4 गुना महंगाई, 3 गुना बेरोजगारी और 2 गुना अपराध बढ़े हैं. आज प्रदेश बेरोजगारी, अपराध, भ्रष्टाचार और नशे के मामले में नंबर वन बन गया है. हरियाणा में बेरोजगारी की वजह से युवा दूसरे प्रदेशों और विदेश जाने को मजबूर हैं. बड़ी तादाद में नौजवान नशे और अपराध के दलदल में फंसते जा रहे हैं. जींद समेत पूरे हरियाणा में सरेआम हत्या और डकैती आम बात हो गई है. खुद केंद्र सरकार की रिपोर्ट बताती है कि हरियाणा देश का सबसे असुरक्षित राज्य है जबकि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान बदमाश हरियाणा छोड़कर भाग गए थे. उस वक्त हरियाणा को देश के सबसे सुरक्षित राज्यों में गिना जाता था.
गुटबाजी कांग्रेस पर भारी :कांग्रेस पार्टी के सामने सबसे बड़ी चिंता उसकी गुटबाजी है, क्योंकि एसआरके गुट ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी.चंडीगढ़ बैठक से भी SRK गुट (रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौधरी) ने दूरी बनाई थी. इसके अलावा उनके समर्थक नेताओं ने भी बैठक में शिरकत नहीं की थी. वहीं कुमारी सैलजा भी सभी 10 लोकसभा सीटों को लेकर 17 जनवरी से अपनी अलग से यात्रा शुरू कर रही हैं. ऐसे में देखना होगा कि गुटों में बंटी कांग्रेस कैसे हरियाणा के घर-घर तक पहुंचती है और उसका आने वाले लोकसभा चुनाव में क्या असर होता है. हालांकि हुड्डा ने कांग्रेस में किसी भी गुटबाजी से इंकार करते हुए कहा कि असल गुटबाजी तो बीजेपी में है, खट्टर और अनिल विज के बीच टकराव जगजाहिर है.