चंडीगढ़: हरियाणा में भारी बारिश और बाढ़ के कारण सैकड़ों गांव प्रभावित हैं. बरसात के मौसम में अब तक 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हैं. वहीं, हरियाणा में बारिश और बाढ़ के बाद राजनीति भी तेज हो गई है. हरियाणा के पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द मुआवजा राशि देने की मांग की है. इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं ने बाढ़ को लेकर पंजाब के सीएम भगवंत मान के द्वारा दिए गए जवाब पर भी पलटवार किया है.
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नेता प्रतिपक्ष ने लगाया ये आरोप: नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि, प्रदेश में आई बाढ़ प्राकृतिक आपदा है. ऐसी बारिश पहले कभी नहीं हुई. वहीं, दूसरी ओर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस बार बरसात के मौसम में आपदा से निपटने के लिए जो इंतजाम किए गए थे वो नाकाफी थे. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, स्थानीय लोगों के अनुसार ड्रेन और सीवरेज की सफाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि फ्लड कंट्रोल की मीटिंग के फैसले धरातल पर कितने उतरे इसकी कोई जानकारी नहीं है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, यमुनानगर से पलवल जिले तक भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि, अवैध खनन की वजह से ज्यादा नुकसान हुआ है.
कई गांव के सरपंचों ने बताया कि, गांववालों ने सरकार से बार-बार ड्रेन्स की सफाई करवाने की मांग की थी. लेकिन, पिछले लगभग 2 साल से सरकार इस मांग की अनदेखी करती आ रही है. इसी तरह शहरों में सीवरेज की सफाई नहीं की गई. इसका खामियाजा पूरे इलाके की जनता भुगत रही है. अब तक प्रशासन के उदासीन रवैये ने उनकी पीड़ा को बढ़ा दिया है. पीड़ित लोगों को अभी तक किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं दी गयी है. राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में मांग की है कि प्रभावित लोगों को पर्याप्त मुआवजा प्रदान करने के लिए बाढ़ से हुए फसल संपत्ति के नुकसान का तत्काल सर्वेक्षण कराया जाए और 40 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए. - भूपेंद्र सिंह हुड्डा, नेता प्रतिपक्ष
इसके अलावा फसल बीमा योजना का जिक्र करते हुए भूपेंद्र हुड्डा ने बताया कि, 2016 से 2021 के बीच के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. बीमा प्रिमियम की कुल रकम का महज 12 प्रतिशत ही किसानों को मुआवजे के रूप में प्राप्त हुआ है. जबकि, 88 प्रतिशत रकम कंपनियों की तिजोरी में मुनाफे के रूप में जमा हो गई है.
पंजाब सीएम के बयान पर भूपेंद्र हुड्डा का पलटवार:बाढ़ को लेकर पंजाब के सीएम भगवंत मान के द्वारा दिए गए बयान पर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने पलटवार करते हुए जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, एसवाईएल बनाकर पानी देते तो बाढ़ नहीं आती. 2019 में लोगों का कांग्रेस की सरकार बनाने का मन था. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, साल 2019 में हमसे टिकट बंटवारे में चूक हुई थी. 2024 में इस कमी को कांग्रेस पार्टी नहीं दोहराएगी.
भगवंत मान ने कही थी ये बात: गुरुवार को संगरूर में घग्गर से सटे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का जायजा लेने के दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान ने पड़ोसी राज्यों पर तंज कसा था. पानी में हिस्सेदारी मांगने के लिए हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान एक हो जाते हैं. अब डूबते समय हम अकेले क्यों रहें? भगवंत मान ने कहा कि, ये सब ऐसे नहीं चलेगा, चाहे आप इसे भले ही राजनीतिक बयान कहें या उस शख्स का बयान कहें. भगवंत मान ने कहा कि, अब हमसे पानी मांगो.
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बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार पर बरसे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष: वहीं, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने भी प्रदेश की बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, सरकार ने बारिश से पहले इंतजाम नहीं किए, जिसके चलते परेशानी बढ़ी है. बारिश और बाढ़ के कारण प्रदेश के कई क्षेत्रों में पशु चारा की बहुत दिक्कत है. इसके साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने फसल की स्पेशल गिरदावरी करवाने की मांग की है. उन्होंने सरकार से किसानों को 40 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने, सरकार से कच्चे मकानों की मरम्मत कराकर मुआवजा देने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, मृतकों के मुआवजे को 4 लाख से बढ़ाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने सभी मांगों पर संज्ञान लेने का आश्वासन दिया है.
चंडीगढ़ में कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस.
'भगवंत मान को कुमारी सैलजा की नसीहत': कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान कुमारी सैलजा ने कहा कि, सरकार जल्द से जल्द पीड़ितों को मुआवजा दें. प्रशासन ने पहले तैयारियां नहीं की, अगर पहले से तैयारी की गई होती तो इतना नुकसान नहीं होता. कई क्षेत्रों में अब बाढ़ का पानी तो उतर चुका है, लेकिन लोक बाढ़ के बाद परेशानी से जूझ रहे हैं. वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बयान पर कुमारी सैलजा ने जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को ऐसे बयान देकर मजाक नहीं बनाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने भगवंत मान को नसीहत देते हुए कहा कि, ऐसे बयान देकर रिश्ते नहीं बिगाड़ने चाहिए.
भयंकर बाढ़ से आधा हरियाणा डूबने का कारण प्राकृतिक आपदा के साथ-साथ 'मैन-मेड आपदा' है. खट्टर सरकार की अनदेखी व आपराधिक लापरवाही से हुई बाढ़ की विनाशलीला. हवा हवाई दावे-हवा हवाई खट्टर सरकार, पूरे प्रदेश में बाढ़ से हाहाकार. आज गुहला-चीका के 28 से अधिक बाढ़ग्रस्त गांवों में से आधा दर्जन गांव में जाकर किसान-मजदूर भाई बहनों से मुलाकात की, ढाढस बंधाया और आवाज उठाने का आश्वासन दिया. या तो भाजपा-जजपा सरकार राहत दे या आंदोलन का सामना करने का तैयार रहे. - रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस महासचिव
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी: हरियाणा में भारी बारिश और बाढ़ को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को एडवाइजरी जारी की है. बारिश और बाढ़ को देखते हुए सभी सिविल सर्जनों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा जरूरी दवाओं और लॉजिस्टिक तैयार रखने के भी निर्देश गए हैं. इस संबंध में डायरेक्टर जनरल हेल्थ की ओर से पत्र भेजा गया है.
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